Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

ममत्व की माँ

ममत्व की माँ
ममत्व की माँ ही हैं ,
जो तब से स्नेह करती हैं
जब मैं इस दुनिया में भी नहीं आया था ।
ममत्व की माँ ही हैं ,
जो निःस्वार्थ प्रेम ,करुणा , प्रार्थना
अंतकरण में सदैव रखकर समाया था ।।
ममत्व की माँ ही हैं ,
हरपल उपकार न भुलना हैं ।
जिस घर में माँ खुश हैं ,
वहाँ खुशियों का खजाना हैं ।।
ममत्व की माँ ही हैं ,
माँ के स्मरण मात्र से ,
संसार रुपी भंवर की रक्षा करती हैं ।
संपूर्ण ब्रम्हांड ,
सृष्टि उत्पत्ति समायी करती है ।।
ममत्व की माँ ही हैं ,
कोई भी अपने जीवन में ,
मातृ ऋण से मुक्त नहीं हो सकता हैं ।
सर्वप्रथम गुरू , मार्गदर्शन , पथदर्शक हैं,
जीवन में हर लड़ाई, साहस , शक्ती की प्रदाता हैं ।
– राजू गजभिये

Language: Hindi
1 Like · 22 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*बालरूप श्रीराम (कुंडलिया)*
*बालरूप श्रीराम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मुझे इस दुनिया ने सिखाया अदाबत करना।
मुझे इस दुनिया ने सिखाया अदाबत करना।
Phool gufran
हो गरीबी
हो गरीबी
Dr fauzia Naseem shad
स्नेह की मृदु भावनाओं को जगाकर।
स्नेह की मृदु भावनाओं को जगाकर।
surenderpal vaidya
खाक पाकिस्तान!
खाक पाकिस्तान!
Saransh Singh 'Priyam'
*📌 पिन सारे कागज़ को*
*📌 पिन सारे कागज़ को*
Santosh Shrivastava
सामाजिक रिवाज
सामाजिक रिवाज
अनिल "आदर्श"
ऐसा कहा जाता है कि
ऐसा कहा जाता है कि
Naseeb Jinagal Koslia नसीब जीनागल कोसलिया
माना जिंदगी चलने का नाम है
माना जिंदगी चलने का नाम है
Dheerja Sharma
अब कभी तुमको खत,हम नहीं लिखेंगे
अब कभी तुमको खत,हम नहीं लिखेंगे
gurudeenverma198
*** तुम से घर गुलज़ार हुआ ***
*** तुम से घर गुलज़ार हुआ ***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ये जनाब नफरतों के शहर में,
ये जनाब नफरतों के शहर में,
ओनिका सेतिया 'अनु '
3228.*पूर्णिका*
3228.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हृदय की चोट थी नम आंखों से बह गई
हृदय की चोट थी नम आंखों से बह गई
Er. Sanjay Shrivastava
नसीहत
नसीहत
Shivkumar Bilagrami
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मेरा और उसका अब रिश्ता ना पूछो।
मेरा और उसका अब रिश्ता ना पूछो।
शिव प्रताप लोधी
मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया।
मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया।
सत्य कुमार प्रेमी
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
गुरू द्वारा प्राप्त ज्ञान के अनुसार जीना ही वास्तविक गुरू दक
गुरू द्वारा प्राप्त ज्ञान के अनुसार जीना ही वास्तविक गुरू दक
SHASHANK TRIVEDI
कभी कभी प्रतीक्षा
कभी कभी प्रतीक्षा
पूर्वार्थ
मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी
मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अच्छा कार्य करने वाला
अच्छा कार्य करने वाला
नेताम आर सी
संवेदना का कवि
संवेदना का कवि
Shweta Soni
जय शिव-शंकर
जय शिव-शंकर
Anil Mishra Prahari
मेरा कल! कैसा है रे तू
मेरा कल! कैसा है रे तू
Arun Prasad
वक़्त आने पर, बेमुरव्वत निकले,
वक़्त आने पर, बेमुरव्वत निकले,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
"बदलते रसरंग"
Dr. Kishan tandon kranti
Affection couldn't be found in shallow spaces.
Affection couldn't be found in shallow spaces.
Manisha Manjari
बुद्ध पुर्णिमा
बुद्ध पुर्णिमा
Satish Srijan
Loading...