Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jul 2023 · 1 min read

मन का आईना

मैं खुद का आईना हूँ
तु आईनें से बात मत कर।
मैं तेरी ही परछाई हूँ
तु आईनें पर विश्वास मत कर।
मैं कब बदलूँगा,खुद को
तु खुद को आईनें में देखकर
ये अनुमान मत कर।
मैं तेरी ही परछाई हूँ
मुझे यू आईनें पर हाथ फैरकर
साफ मत कर।
मैं कब बदलूंँगा खुद को
तु ये आईनें मे देखकर विश्वास मत कर।
मैं खुद का आईना हूँ
तु आईनें से बात मत कर।
मैं तेरी ही परछाई हूँ
तु आईनें पर यू ऐतबार मत कर।
मैं खुद आईना हूँ
तु आईनें से बात मत कर।
*** ** *** **

Language: Hindi
1 Like · 112 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चोर कौन
चोर कौन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कामयाबी
कामयाबी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जख्म हरे सब हो गए,
जख्म हरे सब हो गए,
sushil sarna
2533.पूर्णिका
2533.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
!..............!
!..............!
शेखर सिंह
A Beautiful Mind
A Beautiful Mind
Dhriti Mishra
समय संवाद को लिखकर कभी बदला नहीं करता
समय संवाद को लिखकर कभी बदला नहीं करता
Shweta Soni
व्याकुल तू प्रिये
व्याकुल तू प्रिये
Dr.Pratibha Prakash
"" मामेकं शरणं व्रज ""
सुनीलानंद महंत
तनावमुक्त
तनावमुक्त
Kanchan Khanna
मीलों की नहीं, जन्मों की दूरियां हैं, तेरे मेरे बीच।
मीलों की नहीं, जन्मों की दूरियां हैं, तेरे मेरे बीच।
Manisha Manjari
जिस तरह से बिना चाहे ग़म मिल जाते है
जिस तरह से बिना चाहे ग़म मिल जाते है
shabina. Naaz
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रदीप माहिर
मुझ को किसी एक विषय में मत बांधिए
मुझ को किसी एक विषय में मत बांधिए
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
■ याद रहे...
■ याद रहे...
*Author प्रणय प्रभात*
करवा चौथ@)
करवा चौथ@)
Vindhya Prakash Mishra
(1) मैं जिन्दगी हूँ !
(1) मैं जिन्दगी हूँ !
Kishore Nigam
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पितृपक्ष
पितृपक्ष
Neeraj Agarwal
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
होली के कुण्डलिया
होली के कुण्डलिया
Vijay kumar Pandey
ऑनलाईन शॉपिंग।
ऑनलाईन शॉपिंग।
लक्ष्मी सिंह
*कविता पुरस्कृत*
*कविता पुरस्कृत*
Ravi Prakash
"जिन्दादिली"
Dr. Kishan tandon kranti
बहुत खूबसूरत सुबह हो गई है।
बहुत खूबसूरत सुबह हो गई है।
surenderpal vaidya
नव वर्ष की बधाई -2024
नव वर्ष की बधाई -2024
Raju Gajbhiye
सियाचिनी सैनिक
सियाचिनी सैनिक
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
विदंबना
विदंबना
Bodhisatva kastooriya
खुद के होते हुए भी
खुद के होते हुए भी
Dr fauzia Naseem shad
प्रकृति का प्रकोप
प्रकृति का प्रकोप
Kanchan verma
Loading...