दशरथ माँझी संग हाइकु / मुसाफ़िर बैठा
सच में कितना प्यारा था, मेरे नानी का घर...
मीठा शहद बनाने वाली मधुमक्खी भी डंक मार सकती है इसीलिए होशिय
समय आया है पितृपक्ष का, पुण्य स्मरण कर लें।
Image of Ranjeet Kumar Shukla
।। आरती श्री सत्यनारायण जी की।।
अक्सर औरत को यह खिताब दिया जाता है
मुक्तक - वक़्त
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
उर्दू वर्किंग जर्नलिस्ट का पहला राष्ट्रिय सम्मेलन हुआ आयोजित।
*माँ जननी सदा सत्कार करूँ*
परो को खोल उड़ने को कहा था तुमसे
'स्वागत प्रिये..!'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मीलों का सफर तय किया है हमने