अक्सर औरत को यह खिताब दिया जाता है
अक्सर औरत को यह खिताब दिया जाता है
मेरी जिंदगी का उगता हुआ सूरज हो तुम
आदि से अनंत तक
बस एक भ्रम है जिसमें स्त्री को रखा जाता है।
अक्सर औरत को यह खिताब दिया जाता है
मेरी जिंदगी का उगता हुआ सूरज हो तुम
आदि से अनंत तक
बस एक भ्रम है जिसमें स्त्री को रखा जाता है।