“मन्नत”
“मन्नत”
मेरी मन्नत नहीं
कि कोई जन्नत मिले
मुझे फिक्र नहीं
अगर तेरा साथ हो
चाहे धूप हो या बरसात हो
मगर सदा एक विश्वास हो।
“मन्नत”
मेरी मन्नत नहीं
कि कोई जन्नत मिले
मुझे फिक्र नहीं
अगर तेरा साथ हो
चाहे धूप हो या बरसात हो
मगर सदा एक विश्वास हो।