Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Feb 2024 · 1 min read

मनुष्य

अपने धन बल से
बुद्धि और छल बल से
योग्यता और कागज़ी डिग्रियां
पाकर बन गए
बड़े-बड़े नेता अभिनेता
डॉक्टर वकील अभियंता
और भी कई अधिकारी
पर मनुष्य कितने बने समाज में
इन लोगों की जमात में
प्रश्न अनुत्तरित भटक रहा है
जबकि मनुष्य बनने के लिए
किसी उपाधि या बल की जरूरत नहीं बल्कि चिंतन दृष्टि ,
श्रेष्ठ संस्कार की
रावणत्व के प्रतिकार की
प्रेम दया सदाचार की
अनोखी भाव संपदा चाहिए
मन मस्तिष्क में
जिसको जुटाने में
वर्षो बीत जाते हैं
तब जाकर कहीं मनुष्य बन पाते हैं

@ओम प्रकाश मीना

Language: Hindi
146 Views
Books from OM PRAKASH MEENA
View all

You may also like these posts

जीवन ज्योति
जीवन ज्योति
Neha
माँ शारदे
माँ शारदे
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
ज़िंदगी सबको अच्छी लगती है ,
ज़िंदगी सबको अच्छी लगती है ,
Dr fauzia Naseem shad
■ एक वीडियो के साथ तमाम लिंक।
■ एक वीडियो के साथ तमाम लिंक।
*प्रणय*
मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी
मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सुहाना मंज़र
सुहाना मंज़र
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
MEENU SHARMA
मेरी प्यारी अभिसारी हिंदी......!
मेरी प्यारी अभिसारी हिंदी......!
Neelam Sharma
घर
घर
Dileep Shrivastava
सत्य से परिचय
सत्य से परिचय
Shweta Soni
वो रात कुछ और थी ।
वो रात कुछ और थी ।
sushil sarna
सुंदर सा चित्र
सुंदर सा चित्र
Sudhir srivastava
बिड़द थांरो बीसहथी, मम मुख कथो न जाय।
बिड़द थांरो बीसहथी, मम मुख कथो न जाय।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
सिर्फ पार्थिव शरीर को ही नहीं बल्कि जो लोग जीते जी मर जाते ह
सिर्फ पार्थिव शरीर को ही नहीं बल्कि जो लोग जीते जी मर जाते ह
पूर्वार्थ
****शिक्षक****
****शिक्षक****
Kavita Chouhan
** शैलपुत्री **
** शैलपुत्री **
surenderpal vaidya
मानवता का है निशान ।
मानवता का है निशान ।
Buddha Prakash
एक डरा हुआ शिक्षक एक रीढ़विहीन विद्यार्थी तैयार करता है, जो
एक डरा हुआ शिक्षक एक रीढ़विहीन विद्यार्थी तैयार करता है, जो
Ranjeet kumar patre
ग़ज़ल __ दुआ देने से दुनिया में, दुआएं कम नहीं होती।
ग़ज़ल __ दुआ देने से दुनिया में, दुआएं कम नहीं होती।
Neelofar Khan
इश्क के कई जहाजों सहित.. डूब के किनारे पर आए हैं हम...!!
इश्क के कई जहाजों सहित.. डूब के किनारे पर आए हैं हम...!!
Ravi Betulwala
24/245. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/245. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आयेगा कोई
आयेगा कोई
Dr. Bharati Varma Bourai
जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
Rj Anand Prajapati
घायल मेरा प्यार....!
घायल मेरा प्यार....!
singh kunwar sarvendra vikram
दरवाजा खुला छोड़ा था की खुशियां आए ,खुशियां आई भी और साथ में
दरवाजा खुला छोड़ा था की खुशियां आए ,खुशियां आई भी और साथ में
Ashwini sharma
बुरा न मानो, होली है! जोगीरा सा रा रा रा रा....
बुरा न मानो, होली है! जोगीरा सा रा रा रा रा....
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
*रामपुर रजा लाइब्रेरी में सुरेंद्र मोहन मिश्र पुरातात्विक संग्रह : एक अवलोकन*
*रामपुर रजा लाइब्रेरी में सुरेंद्र मोहन मिश्र पुरातात्विक संग्रह : एक अवलोकन*
Ravi Prakash
अपने पराए
अपने पराए
Shyam Sundar Subramanian
मैं कहता हूं ...अपनी ,
मैं कहता हूं ...अपनी ,
Vishal Prajapati
"कुछ लोग"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...