Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2024 · 1 min read

इश्क के कई जहाजों सहित.. डूब के किनारे पर आए हैं हम…!!

आशिकी के समुन्दर को तैर के पार कर आए हैं हम
धोखों भरी लहरों से कई थपेड़े खाए हैं हम,
जिंदगी जहन्नुम-सी कर जाती है… ये आशिकी भी कमीनी चीज होती है..
अब किसको समझे और किसको समझाएं…
इश्क के कई जहाजों सहित.. डूब के किनारे पर आए हैं हम…!!
❤️ Love Ravi ❤️

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Like · 16 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फर्ज़ अदायगी (मार्मिक कहानी)
फर्ज़ अदायगी (मार्मिक कहानी)
Dr. Kishan Karigar
कुछ पल जिंदगी के उनसे भी जुड़े है।
कुछ पल जिंदगी के उनसे भी जुड़े है।
Taj Mohammad
*नींद आँखों में  ख़ास आती नहीं*
*नींद आँखों में ख़ास आती नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हर ज़ख्म हमने पाया गुलाब के जैसा,
हर ज़ख्म हमने पाया गुलाब के जैसा,
लवकुश यादव "अज़ल"
दोस्ती...
दोस्ती...
Srishty Bansal
ग़ज़ल/नज़्म - मुझे दुश्मनों की गलियों में रहना पसन्द आता है
ग़ज़ल/नज़्म - मुझे दुश्मनों की गलियों में रहना पसन्द आता है
अनिल कुमार
प्रकृति
प्रकृति
Bodhisatva kastooriya
प्यार समंदर
प्यार समंदर
Ramswaroop Dinkar
विरह की वेदना
विरह की वेदना
surenderpal vaidya
मैं तो महज तकदीर हूँ
मैं तो महज तकदीर हूँ
VINOD CHAUHAN
पलकों से रुसवा हुए, उल्फत के सब ख्वाब ।
पलकों से रुसवा हुए, उल्फत के सब ख्वाब ।
sushil sarna
फितरत
फितरत
Ravi Prakash
उम्र अपना
उम्र अपना
Dr fauzia Naseem shad
😊■रोज़गार■😊
😊■रोज़गार■😊
*प्रणय प्रभात*
हर रोज वहीं सब किस्से हैं
हर रोज वहीं सब किस्से हैं
Mahesh Tiwari 'Ayan'
2382.पूर्णिका
2382.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जबकि तड़पता हूँ मैं रातभर
जबकि तड़पता हूँ मैं रातभर
gurudeenverma198
তুমি এলে না
তুমি এলে না
goutam shaw
क्या मुकद्दर बनाकर तूने ज़मीं पर उतारा है।
क्या मुकद्दर बनाकर तूने ज़मीं पर उतारा है।
Phool gufran
उसे मैं भूल जाऊंगा, ये मैं होने नहीं दूंगा।
उसे मैं भूल जाऊंगा, ये मैं होने नहीं दूंगा।
सत्य कुमार प्रेमी
“परिंदे की अभिलाषा”
“परिंदे की अभिलाषा”
DrLakshman Jha Parimal
जीत जुनून से तय होती है।
जीत जुनून से तय होती है।
Rj Anand Prajapati
अभ्यर्थी हूँ
अभ्यर्थी हूँ
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
🌷 सावन तभी सुहावन लागे 🌷
🌷 सावन तभी सुहावन लागे 🌷
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
दिल तो ठहरा बावरा, क्या जाने परिणाम।
दिल तो ठहरा बावरा, क्या जाने परिणाम।
Suryakant Dwivedi
ईश्वर के रहते भी / MUSAFIR BAITHA
ईश्वर के रहते भी / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
जज़्बा है, रौशनी है
जज़्बा है, रौशनी है
Dhriti Mishra
"रिश्ते की बुनियाद"
Dr. Kishan tandon kranti
है शारदे मां
है शारदे मां
नेताम आर सी
गले लगाना है तो उस गरीब को गले लगाओ साहिब
गले लगाना है तो उस गरीब को गले लगाओ साहिब
कृष्णकांत गुर्जर
Loading...