Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Aug 2023 · 1 min read

मदर्स डे

मदर्स डे
“””””””””””‘
मम्मास बेबी
जोरू का गुलाम
बहन, भाभी का चमचा
कहलाने के डर से ही
मैं अपने जूठे बर्तन सिंक पर रखना
अपने कपड़े धोना
आटा गूँथना, सब्जी काटना
कभी-कभार खाना बनाना
वाशिंग मशीन से कपड़े धोना
छोटे बच्चों को घूमाना
बाजार से सब्जियाँ खरीदना
बच्चों के होमवर्क में मदद करना
नहीं छोड़ सकता।
दूसरों के कुछ भी कहने या सोचने से
मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता
क्योंकि मुझे भलीभांति पता है
कि क्या करना है और क्या नहीं।
– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़

193 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आऊं कैसे अब वहाँ
आऊं कैसे अब वहाँ
gurudeenverma198
मूक संवेदना🙏
मूक संवेदना🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
स्वागत है  इस नूतन का  यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
To be Invincible,
To be Invincible,
Dhriti Mishra
*विश्व योग दिवस : 21 जून (मुक्तक)*
*विश्व योग दिवस : 21 जून (मुक्तक)*
Ravi Prakash
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
निकाल देते हैं
निकाल देते हैं
Sûrëkhâ Rãthí
शीतलहर
शीतलहर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
सदा किया संघर्ष सरहद पर,विजयी इतिहास हमारा।
सदा किया संघर्ष सरहद पर,विजयी इतिहास हमारा।
Neelam Sharma
अंधभक्तो अगर सत्य ही हिंदुत्व ख़तरे में होता
अंधभक्तो अगर सत्य ही हिंदुत्व ख़तरे में होता
शेखर सिंह
ये गजल नही मेरा प्यार है
ये गजल नही मेरा प्यार है
Basant Bhagawan Roy
बिन सूरज महानगर
बिन सूरज महानगर
Lalit Singh thakur
रंगों का त्योहार होली
रंगों का त्योहार होली
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कुछ पंक्तियाँ
कुछ पंक्तियाँ
आकांक्षा राय
बहुत आसान है भीड़ देख कर कौरवों के तरफ खड़े हो जाना,
बहुत आसान है भीड़ देख कर कौरवों के तरफ खड़े हो जाना,
Sandeep Kumar
दोनो कुनबे भानुमती के
दोनो कुनबे भानुमती के
*Author प्रणय प्रभात*
"लिखना कुछ जोखिम का काम भी है और सिर्फ ईमानदारी अपने आप में
Dr MusafiR BaithA
भूल गई
भूल गई
Pratibha Pandey
💐प्रेम कौतुक-300💐
💐प्रेम कौतुक-300💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"जब रास्ते पर पत्थरों के ढेर पड़े हो, तब सड़क नियमों का पालन
Dushyant Kumar
अधूरा इश्क़
अधूरा इश्क़
Dr. Mulla Adam Ali
हमेशा..!!
हमेशा..!!
'अशांत' शेखर
सबसे बढ़कर जगत में मानवता है धर्म।
सबसे बढ़कर जगत में मानवता है धर्म।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
*सुख या खुशी*
*सुख या खुशी*
Shashi kala vyas
मेहबूब की शायरी: मोहब्बत
मेहबूब की शायरी: मोहब्बत
Rajesh Kumar Arjun
"मैं" का मैदान बहुत विस्तृत होता है , जिसमें अहम की ऊँची चार
Seema Verma
23/92.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/92.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मजदूर औ'र किसानों की बेबसी लिखेंगे।
मजदूर औ'र किसानों की बेबसी लिखेंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
तुम गंगा की अल्हड़ धारा
तुम गंगा की अल्हड़ धारा
Sahil Ahmad
हम सृजन के पथ चलेंगे
हम सृजन के पथ चलेंगे
Mohan Pandey
Loading...