भा गया
कोसना सरकार को जिसको आ गया
शख्सियत वो विपक्षियों को भा गया ।
साथ दिया जब तलक सेक्युलर रहे
हो गए खिलाफ तो कट्टर कहा गया ।
और तो सब कुछ ठिक है मगर क्यों
हमेशा सच को अनदेखा किया गया ।
चलिये माना आप भूल गये तारीख
हक़ीक़त को क्यों हादसा कहा गया ।
आपकी तरक्की से हमें नहीं एतराज़
तारीफों से क्यों हमें वंचित रखा गया।
वर्षो तलक आप करते रहे सियासत
हक़ जताई जनता ने,तो न रहा गया ।
लगता है अजय औकात भूल गया तू
या फिर तू नमक हरामी पर आ गया ।
-अजय प्रसाद