Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Aug 2020 · 1 min read

भारत छोड़ो आंदोलन 9 अगस्त 1942

9 अगस्त है क्रांति दिवस, अगस्त क्रांति कहलाता है
अंग्रेजों भारत छोड़ो, नारे की याद दिलाता है
आज के दिन पूरे भारत में, शुरू हुआ आंदोलन था
एक शताब्दी से आक्रोश दबा था, आक्रोशित हर जन मन था
जनता उतरी थी सड़कों पर, करो या मरो का नारा था
दुनिया में द्वितीय विश्व युद्ध छिड़ा था,
भुखमरी और लाचारी थी
झोंका था अंग्रेजों ने भारत को, संसाधन की बर्बादी थी
लाठी डंडे खाते थे, उत्साह न कम होता था
सीने पर गोली खाने को, हर नौजवान आ जाता था
अंग्रेजी सत्ता शक्ति से, आंदोलन दबा न पाई थी
मजबूरन सरकार अंग्रेजी, बातचीत पर आई थी
उन्हीं वीर शहीदों के दम पर, हमने आजादी पाई थी
वीर शहीदों के चरणों में,सादर शीश झुकाता हूं
अगस्त क्रांति के अवसर पर, श्रद्धा सुमन चढ़ाता हूं
जय हिंद

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
7 Likes · 4 Comments · 278 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
मुँहतोड़ जवाब मिलेगा
मुँहतोड़ जवाब मिलेगा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तेरे मेरे दरमियाँ ये फ़ासला अच्छा नहीं
तेरे मेरे दरमियाँ ये फ़ासला अच्छा नहीं
अंसार एटवी
दिखता नहीं कहीं भी गांधी, ये कैसी लाचारी है?
दिखता नहीं कहीं भी गांधी, ये कैसी लाचारी है?
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
घे वेध भविष्याचा ,
घे वेध भविष्याचा ,
Mr.Aksharjeet
प्रीत
प्रीत
Annu Gurjar
सुख मिलता है अपनेपन से, भरे हुए परिवार में (गीत )
सुख मिलता है अपनेपन से, भरे हुए परिवार में (गीत )
Ravi Prakash
लड़ी अवंती देश की खातिर
लड़ी अवंती देश की खातिर
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
उफ़ तेरी ये अदायें सितम ढा रही है।
उफ़ तेरी ये अदायें सितम ढा रही है।
Phool gufran
दौड़ पैसे की
दौड़ पैसे की
Sanjay ' शून्य'
"देखना हो तो"
Dr. Kishan tandon kranti
धरा स्वर्ण होइ जाय
धरा स्वर्ण होइ जाय
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
मर्यादा की लड़ाई
मर्यादा की लड़ाई
Dr.Archannaa Mishraa
कठपुतली
कठपुतली
Shyam Sundar Subramanian
एक तूही दयावान
एक तूही दयावान
Basant Bhagawan Roy
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सुबह, दोपहर, शाम,
सुबह, दोपहर, शाम,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
23/212. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/212. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
क्यों रिश्तों में आता है बदलाव
क्यों रिश्तों में आता है बदलाव
Chitra Bisht
फिलहाल अंधभक्त धीरे धीरे अपनी संस्कृति ख़ो रहे है
फिलहाल अंधभक्त धीरे धीरे अपनी संस्कृति ख़ो रहे है
शेखर सिंह
खुद्दार
खुद्दार
अखिलेश 'अखिल'
संघर्ष....... जीवन
संघर्ष....... जीवन
Neeraj Agarwal
यूं ही कोई शायरी में
यूं ही कोई शायरी में
शिव प्रताप लोधी
हवाओं से कह दो, न तूफ़ान लाएं
हवाओं से कह दो, न तूफ़ान लाएं
Neelofar Khan
सत्य से सबका परिचय कराएं, आओ कुछ ऐसा करें
सत्य से सबका परिचय कराएं, आओ कुछ ऐसा करें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कृष्णा तेरी  बांसुरी , जब- जब  छेड़े  तान ।
कृष्णा तेरी बांसुरी , जब- जब छेड़े तान ।
sushil sarna
# उचित गप्प
# उचित गप्प
DrLakshman Jha Parimal
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
🙅आज का दोहा🙅
🙅आज का दोहा🙅
*प्रणय*
फलानी ने फलाने को फलां के साथ देखा है।
फलानी ने फलाने को फलां के साथ देखा है।
Manoj Mahato
संस्कारी बच्चा-   Beby तुम बस एक साल रह लो कुॅवांरी,
संस्कारी बच्चा- Beby तुम बस एक साल रह लो कुॅवांरी,
Shubham Pandey (S P)
Loading...