– भाईयो के हाथो में कुछ भी नही भाभीया है सरताज –
– भाईयो के हाथो में कुछ भी नही भाभीया है सरताज –
घर में जिसका ज्यादा चलता,
जिसको मिले ज्यादा सम्मान,
पति के रिश्तेदार लगे करेले से,
अपने रिश्तेदार लगे गुड की खान,
पति के रिश्तेदार आने पर पति को आंख दिखाती है,
अपने रिश्तेदार आने पर फूली नही समाती है ,
करे अपने पीहर वालो का घर में उचित सम्मान,
अपने ससुराल वालो का करे वो तिरस्कार,
देवरो लागे उसको खारे,
पड़ोसी और अपने भाई लगे मिश्री के समान,
अहम फैसले घर की वो लेती,
भाई की वो चलने न देती,
भाई हमारा शेर जैसा था जो,
उसको बिल्ली बनाने का करे वो काम,
आजकल भरत का अनुभव कह रहा,
गहलोत भाईयो के हाथो में कुछ नही भाभीया है सरताज,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क -7742016184