“बोली-दिल से होली”
“बोली-दिल से होली”
बिल्ली कहती म्याऊँ
अच्छे नागरिक बन जाऊँ,
मेंढक कहता टर्र-टर्र
रहो मत दूसरों पर निर्भर,
तोता कहता मिट्ठू
मत बनना किसी के पिट्ठू।
सियार कहता हुआँ-हुआँ
बड़ों की ले लो दुआ।
“बोली-दिल से होली”
बिल्ली कहती म्याऊँ
अच्छे नागरिक बन जाऊँ,
मेंढक कहता टर्र-टर्र
रहो मत दूसरों पर निर्भर,
तोता कहता मिट्ठू
मत बनना किसी के पिट्ठू।
सियार कहता हुआँ-हुआँ
बड़ों की ले लो दुआ।