Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2024 · 1 min read

“” *हाय रे….* *गर्मी* “”

“” हाय रे….
गर्मी “”
*****************

हाय रे
रहा न जाए रे,
उफ़ ये गर्मी, जा रही है मुझे सताए !
अब, जाऊँ कहाँ रे
तू ही बता, ऐ मनवा रे
ले चल मुझको उस जहां में
जहाँ हो न बिल्कुल गर्मी तपन…….,
और बहे जहाँ ताजगी भरी ठंडी हवाएं !! 1 !!

हाय रे
किसे सुनाऊँ दुःखड़ा रे,
टपक-टपक पसीने से जा रहा नहाए !
अब, कोई तो बता दे
क्या है इसका हल रे
ले चल दूर मुझे, ऐ सखा,
यहाँ से सुदूर हिमगिरी वादियों में…..,
जहाँ सुकूँ से चलूँ, चैन की बंसी बजाए !! 2 !!

हाय रे
देखा ना सोचा रे,
रिकॉर्ड तोड़ गर्मी, चले नए रिकॉर्ड बनाए !
अब, हुए फेल सारे
यहाँ पे एसी, कूलर, सिंफनी रे
ले चल प्रिय दूर यहाँ से,
किसी बर्फीले पहाड़ की चोटियों पे…..,
जहाँ चलूँ गाए गीत, झूमें मन को हर्षाए !! 3 !!

¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥

सुनीलानंद
शनिवार,
25 मई, 2024
जयपुर,
राजस्थान |

Language: Hindi
1 Like · 37 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आयी प्यारी तीज है,झूलें मिलकर साथ
आयी प्यारी तीज है,झूलें मिलकर साथ
Dr Archana Gupta
सार्थकता
सार्थकता
Neerja Sharma
उलझी हुई जुल्फों में ही कितने उलझ गए।
उलझी हुई जुल्फों में ही कितने उलझ गए।
सत्य कुमार प्रेमी
यादें
यादें
Dipak Kumar "Girja"
वाह क्या खूब है मौहब्बत में अदाकारी तेरी।
वाह क्या खूब है मौहब्बत में अदाकारी तेरी।
Phool gufran
देश की हिन्दी
देश की हिन्दी
surenderpal vaidya
Remembering that winter Night
Remembering that winter Night
Bidyadhar Mantry
3-फ़क़त है सियासत हक़ीक़त नहीं है
3-फ़क़त है सियासत हक़ीक़त नहीं है
Ajay Kumar Vimal
*पुस्तक का नाम : लल्लाबाबू-प्रहसन*
*पुस्तक का नाम : लल्लाबाबू-प्रहसन*
Ravi Prakash
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला,
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला,
ruby kumari
आज वक्त हूं खराब
आज वक्त हूं खराब
साहित्य गौरव
"शाम-सवेरे मंदिर जाना, दीप जला शीश झुकाना।
आर.एस. 'प्रीतम'
Dear Moon.......
Dear Moon.......
R. H. SRIDEVI
अधूरी बात है मगर कहना जरूरी है
अधूरी बात है मगर कहना जरूरी है
नूरफातिमा खातून नूरी
निष्कर्ष
निष्कर्ष
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मेरे बाबूजी लोककवि रामचरन गुप्त +डॉ. सुरेश त्रस्त
मेरे बाबूजी लोककवि रामचरन गुप्त +डॉ. सुरेश त्रस्त
कवि रमेशराज
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
3510.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3510.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
बालों की सफेदी देखी तो ख्याल आया,
बालों की सफेदी देखी तो ख्याल आया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बेटियां ?
बेटियां ?
Dr.Pratibha Prakash
फिर से तन्हा ek gazal by Vinit Singh Shayar
फिर से तन्हा ek gazal by Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
ओ चंदा मामा!
ओ चंदा मामा!
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
कान्हा
कान्हा
Mamta Rani
एक ख़त रूठी मोहब्बत के नाम
एक ख़त रूठी मोहब्बत के नाम
अजहर अली (An Explorer of Life)
,,........,,
,,........,,
शेखर सिंह
जिम्मेदारी कौन तय करेगा
जिम्मेदारी कौन तय करेगा
Mahender Singh
कौन हूं मैं?
कौन हूं मैं?
Rachana
मैं मुश्किलों के आगे कम नहीं टिकता
मैं मुश्किलों के आगे कम नहीं टिकता
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ओ! मेरी प्रेयसी
ओ! मेरी प्रेयसी
SATPAL CHAUHAN
Loading...