बेेटिियााँँ
हर वक्त हर घडी हैं तैयार बेटियाँ
मां बाप की हैं फर्माबरदार बेचियाँ
जन्नत का मैं भी होता हक़दार दोस्तो
मुझको भी काश मिलती दो चार बेटियाँ
पडती नहीं है उसपे अल्लाह की नज़र
जो मानता है दिल से दुश्वार बेटियाँ
हर वक्त हर घडी हैं तैयार बेटियाँ
मां बाप की हैं फर्माबरदार बेचियाँ
जन्नत का मैं भी होता हक़दार दोस्तो
मुझको भी काश मिलती दो चार बेटियाँ
पडती नहीं है उसपे अल्लाह की नज़र
जो मानता है दिल से दुश्वार बेटियाँ