Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Feb 2021 · 1 min read

बेटी

आधार छंद -शक्ति_छंद
१२२ १२२ १२२ १२
विधान – १८ मात्राओं के चार चरण
अंत में वाचिक भार १२ होता है
१ , ६ , ११,१६ वीं मात्रा पर लघु १ अनिवार्य

अहो भाग्य बेटी हमें जो मिली।
लगी देर लेकिन दुआएँ फली।

गगन से उतर एक आई परी,
मृदुल पुष्प-सी एक नन्हीं कली।

पुलकने लगा हर सिरा अंग का,
हमारे हृदय की कली अब खिली।

बजें कान में शोख शहनाइयाँ,
महकने लगी जिन्दगी की गली।

नशीली अदा शोखियों से भरी,
गुणों से भरी है सभी से भली।

लगा घर सँवरने महक इत्र सा ,
सुगंधित हवा हर दिशा में घुली।

सदा खुशनुमा-सी बड़ी साहसी,
बहुत नाज से गोद में है पली।

जया चंचला भगवती भाविनी,
सभी मर्ज की है दवा लाड़ली।

खुशी के सितारे झरे आँगना,
हमें देख कर अब पडोसन जली ।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

1 Like · 216 Views
Books from लक्ष्मी सिंह
View all

You may also like these posts

संतान की परीक्षा में माँ की भूमिका
संतान की परीक्षा में माँ की भूमिका
Sudhir srivastava
नारी की स्वतंत्रता
नारी की स्वतंत्रता
SURYA PRAKASH SHARMA
सब के सब ख़ुद को कहते हैं आला,
सब के सब ख़ुद को कहते हैं आला,
Dr fauzia Naseem shad
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
उलझनें
उलझनें
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
*दिल के सारे राज खोलूँ*
*दिल के सारे राज खोलूँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तबो समधी के जीउ ललचाई रे
तबो समधी के जीउ ललचाई रे
आकाश महेशपुरी
.
.
*प्रणय*
शबरी के राम
शबरी के राम
Indu Singh
अंदाज़े बयाँ
अंदाज़े बयाँ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
गायत्री छंद
गायत्री छंद
Rambali Mishra
Kashtu Chand tu aur mai Sitara hota ,
Kashtu Chand tu aur mai Sitara hota ,
Sampada
झूठी हमदर्दियां
झूठी हमदर्दियां
Surinder blackpen
हारे मत ना हौसलों,
हारे मत ना हौसलों,
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
शिवाजी
शिवाजी
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
सृजन
सृजन
Bodhisatva kastooriya
उसकी अदा तो प्रेम पुजारी लगी मुझे।
उसकी अदा तो प्रेम पुजारी लगी मुझे।
Sachin Mishra
अधिक हर्ष और अधिक उन्नति के बाद ही अधिक दुख और पतन की बारी आ
अधिक हर्ष और अधिक उन्नति के बाद ही अधिक दुख और पतन की बारी आ
पूर्वार्थ
आंखों का काजल
आंखों का काजल
Seema gupta,Alwar
दलित साहित्य / ओमप्रकाश वाल्मीकि और प्रह्लाद चंद्र दास की कहानी के दलित नायकों का तुलनात्मक अध्ययन // आनंद प्रवीण//Anandpravin
दलित साहित्य / ओमप्रकाश वाल्मीकि और प्रह्लाद चंद्र दास की कहानी के दलित नायकों का तुलनात्मक अध्ययन // आनंद प्रवीण//Anandpravin
आनंद प्रवीण
*सर्दी (बाल कविता)*
*सर्दी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
#लोकराज की लुटती लाज
#लोकराज की लुटती लाज
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
प्यार शब्द में अब पहले वाली सनसनाहट नहीं रही...
प्यार शब्द में अब पहले वाली सनसनाहट नहीं रही...
Ajit Kumar "Karn"
नहीं हम भूल पाएंगे
नहीं हम भूल पाएंगे
डिजेन्द्र कुर्रे
अपना अपना भारत
अपना अपना भारत
Shekhar Chandra Mitra
उड़ान जिंदगी की
उड़ान जिंदगी की
Sunil Maheshwari
मशहूर कवि शंकरलाल द्विवेदी
मशहूर कवि शंकरलाल द्विवेदी
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
हमें सुहाता जाड़ा
हमें सुहाता जाड़ा
श्रीकृष्ण शुक्ल
वो तो हंसने हंसाने की सारी हदें पार कर जाता है,
वो तो हंसने हंसाने की सारी हदें पार कर जाता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
विगत काल की वेदना,
विगत काल की वेदना,
sushil sarna
Loading...