Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Mar 2022 · 1 min read

बेटी हुं

बेटी हूं
————–
हां!एक बेटु हूं मैं, नाजों से पली,
सपने क ई देखती हूं मैं।
हां एक बेटी——
बहुत ऊंचा आसमां हे मेरे ख्वाबों का,
आंचल में फिर भी सब लपेटे हूं।
हां एक बेटी—–
दिल करता है,आसमां में उड़ जाऊं,
पर!बंधनो में सिमटी हूं मैं
हां एक बेटी—–
में चाहूं तो तोड़ दूं बंधन सारे,
पर संस्कार हें अपने ,
उन्हे संभाले बैठी हूं मैं।
हां एक बेटी—-
कोमल पंखुड़ी सी आंखे,
धरा पर खोली थी मैने,
मां!की गोद ऐसी लगी
जैसे फूलों के आंचल में लेटी हूं मैं!
हां एक बेटी—–
सखियों का साथ पाया,
तो खुश हुई में, एहसास हुआ जब मुझे
कि अब बड़ी हो गई हूं मैं।
हां एक बेटी—–
विवाह कर एक नया संसार पाया,
नये रंगो से जिंदगी को सजाया,
खुशियों के मोती,समेटे हूं मैं।
हां एक बेटी—–
मां!बनकर गर्व कर रही हूं
भाग्य पर अपने।
नव जीवन, नया संसार की,
कसौटी हूं मैं।
हां एक बेटी—–

सुषमा सिंह *उर्मि,,

Language: Hindi
113 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sushma Singh
View all
You may also like:
उस की आँखें ग़ज़ालों सी थीं - संदीप ठाकुर
उस की आँखें ग़ज़ालों सी थीं - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
उलझ गई है दुनियां सारी
उलझ गई है दुनियां सारी
Sonam Puneet Dubey
ग़ज़ल(ये शाम धूप के ढलने के बाद आई है)
ग़ज़ल(ये शाम धूप के ढलने के बाद आई है)
डॉक्टर रागिनी
अ-परिभाषित जिंदगी.....!
अ-परिभाषित जिंदगी.....!
VEDANTA PATEL
आगे हमेशा बढ़ें हम
आगे हमेशा बढ़ें हम
surenderpal vaidya
जिस देश में कन्या पूजा की जाती हो उस देश में बेटी बचाओ योजना
जिस देश में कन्या पूजा की जाती हो उस देश में बेटी बचाओ योजना
Ranjeet kumar patre
કેમેરા
કેમેરા
Otteri Selvakumar
दर्द आंखों से
दर्द आंखों से
Dr fauzia Naseem shad
फ़िक्र
फ़िक्र
Shyam Sundar Subramanian
हास्य व्यंग्य
हास्य व्यंग्य
प्रीतम श्रावस्तवी
स्वाभिमान
स्वाभिमान
Shweta Soni
'बस! वो पल'
'बस! वो पल'
Rashmi Sanjay
“किरदार”
“किरदार”
Neeraj kumar Soni
साथ
साथ
Neeraj Agarwal
" पैसा "
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िंदगी में वो भी इम्तिहान आता है,
ज़िंदगी में वो भी इम्तिहान आता है,
Vandna Thakur
जनक देश है महान
जनक देश है महान
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
होली
होली
Dr Archana Gupta
दोहा मुक्तक
दोहा मुक्तक
sushil sarna
12, कैसे कैसे इन्सान
12, कैसे कैसे इन्सान
Dr .Shweta sood 'Madhu'
*कुछ अनुभव गहरा गए, हुए साठ के पार (दोहा गीतिका)*
*कुछ अनुभव गहरा गए, हुए साठ के पार (दोहा गीतिका)*
Ravi Prakash
कश्मीरी पण्डितों की रक्षा में कुर्बान हुए गुरु तेगबहादुर
कश्मीरी पण्डितों की रक्षा में कुर्बान हुए गुरु तेगबहादुर
कवि रमेशराज
4090.💐 *पूर्णिका* 💐
4090.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
स्वार्थी आदमी
स्वार्थी आदमी
अनिल "आदर्श"
#मुक्तक
#मुक्तक
*प्रणय*
"धूप-छाँव" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
बुंदेली चौकड़िया-पानी
बुंदेली चौकड़िया-पानी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
टन टन बजेगी घंटी
टन टन बजेगी घंटी
SHAMA PARVEEN
तुम्हारी यादों के किस्से
तुम्हारी यादों के किस्से
विशाल शुक्ल
*आशाओं के दीप*
*आशाओं के दीप*
Harminder Kaur
Loading...