बेटी की रक्षा ___ कविता
कालिख लग जाती है तब __
जब बालिका के साथ अन्याय होता है।
बिलख _ बिलख कर रोती जान खोती बेटी___
जब तक की न्याय होता है।।
आखिर ऐसा क्यों होता है ___
चिंतन की जरूरत है।
पर कहां किसी को भागम भाग में,
आज इतनी फुरसत है।।
“बेटी है तो कल है”_क्या ये नारा सफल है।
बेटियो की रक्षा में _ क्यों समाज विफल है।।
आज दिवस बालिका का __
सब मिलकर के प्रण करते है।
“बेटी की रक्षा ” _ धर्म हमारा,
मंत्र यह धारण करते है।।
राजेश व्यास अनुनय