*बुज़ुर्गों ने कहा है*
जिसे तुम चाहोगे दिलसे
वही तुमको रुलाएगी
इक दिन छोड़कर तुमको
तेरा दिल तोड़ जायेगी
जो जीना चाहता है तो
किसी को याद मत करना
मिले जो राह में कोई
किसी से बात मत करना
वो दिल में है तेरे कबसे
उसे जब बोल आएगा
कसम परवरदिगार की
वो तुमको छोड़ जायेगा
तू रहता है कहां जबसे
मोहब्बत में पड़ा है तू
नहीं दिखता कहीं भी अब
क्या कोहरे में खड़ा है तू
जो सपने तुमने देखें है
वो इक दिन तोड़ जायेगा
जो इतराते हो तुम इतना
अकेला छोड़ जायेगा
अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा
तू आकार दोस्तों के संग
जी ले जिंदगी अपनी
तू भरकर दोस्ती के रंग
बुज़ुर्गों ने कहा है ये
किसी पे मिट मत जाना
अगर हो इश्क दोनों को
तू मिलने भी तभी जाना
कहेगा क्या तू उससे फिर
ये सब सोचकर जाना
इस इश्क के दरिया में
कहीं तू डूब मत जाना
सुना है दोस्तों से ये
कभी भी प्यार मत करना
जो तुमको छोड़कर जाए
उसे तुम याद मत करना
सुनो अब भूलकर उसको
नई राहों पे चलना है
मां बाप के सपनो को
अब पूरा तुमको करना है।