Posts Tag: Kavita 34 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रदीप कुमार गुप्ता 30 May 2023 · 1 min read जाना खाली हाँथ है इस जीवन का अंत तो, एक दिन हो जाना है। कितना भी हो सुख या दुःख, सब छूट इधर ही जाना है। जो तुम बहुत सुखी हो तो, याद हमेशा... Poetry Writing Challenge · Kavita 5 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 30 May 2023 · 1 min read आज की पीढ़ी इस नए युग की पीढ़ी को, मै देख बहुत हूँ चिंतित। भ्रम नगरी में पलते ये सब, सत्य भान नहीं किंचित। यूट्यूब ट्विटर फेसबुक, इंस्टाग्राम और टिक टॉक। डूबे रहते... Poetry Writing Challenge · Kavita 1 4 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 28 May 2023 · 1 min read मैंने कुछ सीखा उन कठिन दिनों में मैंने, इस जीवन से कुछ सीखा । रुकी थी जब सारी दुनिया, लोगों को घरो में कैद देखा । दिलो में था डर और लाचारी, विश्व... Poetry Writing Challenge · Kavita 4 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 27 May 2023 · 2 min read राहु और केतु रत्न जड़ित सोने सी काया, रूप वो ऐसा सबको भाया। आसमान से उतरी थी वो, सत्य नहीं वो कोरी माया। सम्मोहन में बंधे थे सारे, देव और दानव सभी निहारें।... Poetry Writing Challenge · Kavita 1 11 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 22 May 2023 · 1 min read धर्म की राजनीती धर्म का कांटा किसको तोले, जो भी बोले नफरत घोले । सब बन बैठे उसके ठेकेदार, उससे नहीं किसी को प्यार । वर्चस्व का ये खेल पुराना, खून खराबे का... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 11 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 22 May 2023 · 1 min read हँसते चेहरे निकले थे घूमने, हम सफर लम्बा, तय करके थके हारे, जो पहुंचे मुकाम पर। लटके हुए चेहरे और, झुके कंधे लेकर। पर जैसे ही तस्वीर, लेने की बारी आयी। चेहरे... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 11 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 21 May 2023 · 1 min read हमारे रिश्ते में ये दरार जो आयी है हमारे रिश्ते में, ये दरार जो आयी है। छोटी नहीं ये तो, बड़ी गहरी खाई है। सोंचा न था, बात इतनी बिगड़ जाएगी हम दोनों के दरमियाँ, दूरियां लाएगी। गलतफहमियों... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 12 Share Rakmish Sultanpuri 19 May 2023 · 1 min read आज धूप का चौथा दिन है । (नवगीत) नवगीत एक महीना बारिस खा गई आज धूप का चौथा दिन है । रिमझिम -रिमझिम टपटप- टपटप वर्षा के पदचाप निरन्तर दिनकर सुनता चुपके-चुपके सोया रहता है अपने घर नाले... Poetry Writing Challenge · Kavita · Rakmish Sultanpuri · गीत · नवगीत 9 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 18 May 2023 · 1 min read एक दोस्त है हमारा एक दोस्त है हमारा, लगता है बहुत प्यारा । जब भी मैं लड़खड़ाई, उसने दिया सहारा । एक दोस्त है हमारा, लगता है बहुत प्यारा । करता है फ़िक्र मेरी,... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · Kavita 3 20 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 18 May 2023 · 2 min read किसी तो किनारे से चलना पड़ेगा किसी तो किनारे से चलना पड़ेगा किसी के सहारे से बढ़ना पड़ेगा। ये लम्बा सफर है गमे जिंदगी का, तुम चाहो न चाहो मानो न मानो, गिरो लड़खड़ाओ उठो डगमगाओ,... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 13 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 18 May 2023 · 1 min read कुछ न कुछ तो मिल जायेगा कुछ न कुछ तो मिल जायेगा, हम प्रयास जो कर लें थोड़ा। आम कंहा से तुम खाओगे, जो तुमने उसको न तोडा। पैदा होकर खड़ा हुआ वो, फिर हर दिन... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 13 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 17 May 2023 · 1 min read लिखता रहा मिटाता रहा लिखता रहा मिटाता रहा, मन में ही गुनगुनाता रहा। कह न पाया बात दिल की, बस सोंच ये पछताता रहा। दिल की बात जुबां तक न आयी, बस ख्याल दिल... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 17 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 17 May 2023 · 1 min read आसां नहीं होता कोई भी मुकाम आसां नहीं होता कोई भी मुकाम, बड़ा या छोटा नहीं होता कोई भी काम। जो हौसला बुलंद हो तो मिल जाती है मंजिल, फिट क्यों न चलना पड़े सुबह और... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 16 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 23 Apr 2023 · 1 min read विश्व पुस्तक दिवस पर विशेष हाइकु कविता विश्व पुस्तक दिवस पर विशेष हाइकु :- विश्व पुस्तक दिवस मनाइये। पढ़ें पुस्तक।। *** दिल में देती, सदैव है दस्तक। पढ़े पुस्तक।। *** तनाव मिटे, मन हो जब... Hindi · Haiku · Kavita · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · राजीव नामदेव राना लिधौरी · हाइकु 1 46 Share AJAY AMITABH SUMAN 23 Apr 2023 · 1 min read हवाओं पर कोई कहानी लिखूं, हवाओं पर कोई कहानी लिखूं, हवाओं पर कोई कहानी लिखूं, अपनी मैं क्यों जिंदगानी लिखूं? लहरें क्या सागर में बनना बिछड़ना है , मिट्टी का जीवन मिट्टी में बिखरना है,... Hindi · Hindi · Kavita · Quote Writer · अध्यात्म · कविता 65 Share AJAY AMITABH SUMAN 12 Mar 2023 · 1 min read सूरज को ले आता कौन? सौर मंडल को रचना कितनी व्यवस्थित है। एक केंद्र में सूर्य स्थापित और अनगिनत समय से अपने अपने कक्ष में सूर्य की परिक्रमा करते हुए इसके ग्रह। आखिर कौन सी... Hindi · God · Kavita · Poem · Poetry · Solar System 36 Share AJAY AMITABH SUMAN 15 Jan 2023 · 2 min read फिर से सतयुग भू पर लाओ विधी न्याय संकल्प प्रलापित, किंतु कैसा कल्प प्रकाशित? दुर्योधन का राज चला है, शकुनि पाशे को मचला है। एकलव्य फिर हुआ उपेक्षित, अंधे का साम्राज्य फला है। जब पांचाली वस्त्र... Hindi · Kavita · Krishna · Poetry · Satire · Spiritual 1 74 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 28 Dec 2022 · 1 min read क्योंकि इश्क़ है हज़ारों फ़ीट ऊपर से बारिश बेजान ज़मीं को अपने लम्स का एहसास देने आती है उसे चूमने आती है क्योंकि इश्क़ है। सब्ज़ मेहंदी सिलबट्टे पर पिसने के बाद किसीके... Hindi · Johnny Ahmed · Kavita · Poem 2 2 98 Share Harshit Nailwal 28 Dec 2022 · 1 min read उन्हें लगता है..... उन्हें लगता है, वो आए पर हम न थे, हमें लगता है ना थे हम, तब वो आए, असल में आए वो ये किसे मालूम, बारिश हुई तो सही, पर... Hindi · Best Poem · Hindi Kavita · Kavita · Shayri 1 48 Share Faza Saaz 27 Nov 2022 · 1 min read तो क्या हुआ तो क्या हुआ ज़िंदगी के रस्ते तुम्हारे काँटों से भरे हुए हैं, इन काँटों की चुभन से जो तुम्हारे पैरों से लहू की बूँदें निकलेंगी, एक दिन यही बहते हुए... Hindi · Hindikavita · Kavita · Poem 2 1 91 Share जय लगन कुमार हैप्पी 24 Nov 2022 · 1 min read गाँव के दुलारे तुम शहरों की रानी, तो हम गांव के दुलारे हैं! तुम महलों की रानी, तो हम कुटिए के सहारे है!! आरे इस जीवन में रखा क्या है? मुट्ठी भर कर... Hindi · Hindi Kavita · Kavita · Shayari · कविता 3 77 Share Gaurav Sharma 13 Nov 2022 · 1 min read “कलम” किसी को लगती रंगीन, तो किसी के लिए कुछ फीकी हूं, कौन समझाए इन्हें…. जनाब कलम हूँ, इतिहास लिख देती हूँ। Hindi · Hindi Kavita · Kavita · कविता · काव्य · हिमाचल 4 75 Share Kavita Chouhan 19 Oct 2022 · 1 min read घोर अंधेरा ................ घोर अंधेरा ................ हुआ विदा सन्नाटा अब कालापन नहीं दिखायेगा , फिर से आकर घोर अँधेरा हमको नहीं डरायेगा ! नया उजाला पाकर वो सूनेपन में छुप जायेगा , दुख... Hindi · Hindi Poetry · Kavita 1 119 Share Surya Barman 10 Oct 2022 · 1 min read परियों की रानी बिटिया रानी बेटा जो जन्मे घर में खुशी मनाते हैं, बेटी होने पर गमी में दुख जताते हैं। कुदरत के दो रंग क्यो करे बंटवारा, बेटा-बेटी में क्यों अंतर बतलाते हैं। सुता... Hindi · Kavita · कविता · कविता-हिन्दी · परियों-की-रानी · बिटिया-रानी 2 59 Share Amber Srivastava 7 Oct 2022 · 1 min read नाम तेरा गुम जायेगा। अस्थि-पंजर बह जाएगा, बाकी सब यहीं रह जाएगा, नाम तेरा गुम जाएगा मगर, याद रहेगा जो तू कह जाएगा, अनंत शांति रहेगी कहीं, कहीं सन्नाटा रह जायेगा, छूटी जो डोरी... Hindi · Kavita 3 2 86 Share Amber Srivastava 27 Sep 2022 · 1 min read ख़ूबसूरती-मेरी नज़र से। हर ख़्याल है रौशन तसव्वुर से तुम्हारे, कि मेरे अल्फाज़ का आफताब हो तुम, किन लफ्ज़ो में तारीफ़-ए-जमाल कहूं, कि ज़मीं पे उतरा महताब हो तुम, जो लिखना भी चाहूँ... Hindi · Kavita 1 2 90 Share Rahul Singh 26 Sep 2022 · 1 min read नारी की प्रार्थना मत भेज प्रभु मुझे इस दुनिया में, दर अधिक अब लगता है। कहा रहे सुरक्षित वो, सोच दिल ये रोता है।.............. नहीं अपनाया जिस मां ने, अब परायो से क्या... Hindi · Kavita · कविता 73 Share Kavita Chouhan 21 Sep 2022 · 1 min read नभ में था वो एक सितारा नभ में था वो एक सितारा लगता था हम सबको प्यारा चमचमाके सबको हँसाता सामने वो जब भी आता ऊर्जा नई सबको दे जाता दुःख दर्द अपना भूल जाते संताप... Hindi · Kavita · Raju Shrivastav · Tribute Poem 97 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 15 Sep 2022 · 1 min read नाचनेवालियाँ अब हमें ज़िन्दगी की ख़बर मिल रही मौत से जब हमारी नज़र मिल रही। ज़ीस्त उस रोज़ से बे-असर लग रही मौत जब से हमे बन सँवर मिल रही। जनवरी... Hindi · Ghazal · Johnny Ahmed · Kavita 1 97 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 7 Sep 2022 · 1 min read मैं नहीं मगर मैं नहीं मगर बरामदे पे रखे गेरुवे फूलदान पूछ रहे थे उन पर अपने अल्फ़ाज़ का पानी कब डालोगी। घर की हवादार खिड़कियाँ पूछ रही थी तुम उन्हें नए पर्दों... Hindi · Johnny Ahmed · Kavita · Love 1 52 Share Aditya Prakash 22 Aug 2022 · 1 min read वर्षा की बूँद एक दिन था मैं अपने छत पर खड़ा, थका-माँदा-सा था, अपने आप में खोया, बैठा एक कोने में था मैं मुरझाया, अचानक एक बूंद आ लगी मेरे तन से मैं... Hindi · Hindi Poem · Kavita 2 157 Share Shivam Sharma 19 Aug 2022 · 1 min read श्रीकृष्ण तो श्रीकृष्ण हैं श्रीकृष्ण नटखट है, श्रीकृष्ण चोर भी हैं, श्रीकृष्ण प्रेम हैं, श्रीकृष्ण मित्र हैं, श्रीकृष्ण सारथी है तो, श्रीकृष्ण भाई भी हैं, श्रीकृष्ण गुरु है, कृष्णा तारक है, कृष्णा राधा के... Hindi · Kavita 2 2 115 Share Kavita Chouhan 7 Aug 2022 · 1 min read वही मित्र है जो सबसे निराला और विचित्र है ,वही मित्र है कभी अल्हड़ तो कभी संजीदा बनकर, हंसी खेल में तरकीब नई दिखा जाते निराश चेहरों पर मुस्कान नई ले आते ऐसे... Hindi · Friendshipday Poem · Kavita 127 Share Mamta Rani 13 Jul 2022 · 1 min read गुरु राह हमें दिखाते हैं घिस कर खुदको हमें चमकाते हैं, रिश्ता है ऐसा गुरु , शिष्य का जो इस जग को बनाते हैं। गुरु ज्ञान हैं गुरु महान हैं गुरु... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Kavita 3 2 174 Share