बिना वजह जब हो ख़ुशी, दुवा करे प्रिय नेक। बिना वजह जब हो ख़ुशी, दुवा करे प्रिय नेक। बनो हितैषी आप भी, प्रेम भरी भर टेक।। आर.एस. ‘प्रीतम’