Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 May 2024 · 1 min read

बिखरे सपने

महीने की पहली तारीख
उसे तनख्वाह मिली थी
तेजी से कदम बढ़ाता
वह सोचता चला जा रहा था
माँ की दवा और फल
बिट्टू के लिए चाकलेट
मुनिया के लिए नयी फ्राक
पत्नी की साड़ी .. ..
पीछे से आता एक ट्रक
तेजी से उसे
रौंदकर निकल गया
और – एक ही झटके में
बिखर गये
उसके सारे सपने।

वर्ष : – २०१३

Language: Hindi
2 Likes · 129 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Kanchan Khanna
View all

You may also like these posts

हम सब भारतवासी हैं, भारत को एक बनायेंगे..
हम सब भारतवासी हैं, भारत को एक बनायेंगे..
Sunil Suman
ऐ मोनाल तूॅ आ
ऐ मोनाल तूॅ आ
Mohan Pandey
3250.*पूर्णिका*
3250.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल _ रूठते हो तुम दिखाने के लिये !
ग़ज़ल _ रूठते हो तुम दिखाने के लिये !
Neelofar Khan
प्रकृति के अपराधी
प्रकृति के अपराधी
Mandar Gangal
कहाँ लिख पाया!
कहाँ लिख पाया!
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
दल-बदलू
दल-बदलू "नेता" ही नहीं, "मतदाता" भी होते हैं। अंतर बस इतना ह
*प्रणय*
अपने तो अपने होते हैं
अपने तो अपने होते हैं
Harminder Kaur
"आगाज"
ओसमणी साहू 'ओश'
कोशिश
कोशिश
विजय कुमार अग्रवाल
अकेलेपन का अंधेरा
अकेलेपन का अंधेरा
SATPAL CHAUHAN
उसको ख़ुद से ही ये गिला होगा ।
उसको ख़ुद से ही ये गिला होगा ।
Neelam Sharma
मंहगाई  को वश में जो शासक
मंहगाई को वश में जो शासक
DrLakshman Jha Parimal
श्री कृष्ण जन्म कथा भाग - 2
श्री कृष्ण जन्म कथा भाग - 2
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
मित्रता
मित्रता
Rambali Mishra
सुनते भी रहे तुमको मौन भी रहे हरदम।
सुनते भी रहे तुमको मौन भी रहे हरदम।
Abhishek Soni
🙏 अज्ञानी की कलम🙏
🙏 अज्ञानी की कलम🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
त्रिभाषा सूत्र लागू करने में फिर क्यों हो रही है देरी? जब हरियाणा में ' चित भी मेरी और पट भी मेरी '...
त्रिभाषा सूत्र लागू करने में फिर क्यों हो रही है देरी? जब हरियाणा में ' चित भी मेरी और पट भी मेरी '...
सुशील कुमार 'नवीन'
हर तरफ से जख्म खाए है
हर तरफ से जख्म खाए है
$úDhÁ MãÚ₹Yá
प्यार का उपहार तुमको मिल गया है।
प्यार का उपहार तुमको मिल गया है।
surenderpal vaidya
Udaan Fellow Initiative for employment of rural women - Synergy Sansthan, Udaanfellowship Harda
Udaan Fellow Initiative for employment of rural women - Synergy Sansthan, Udaanfellowship Harda
Desert fellow Rakesh
मचलते  है  जब   दिल  फ़िज़ा भी रंगीन लगती है,
मचलते है जब दिल फ़िज़ा भी रंगीन लगती है,
डी. के. निवातिया
अधरों के बैराग को,
अधरों के बैराग को,
sushil sarna
*दान: छह दोहे*
*दान: छह दोहे*
Ravi Prakash
दुर्मिल सवैया
दुर्मिल सवैया
Kamini Mishra
" जब "
Dr. Kishan tandon kranti
অরাজক সহিংসতা
অরাজক সহিংসতা
Otteri Selvakumar
दिल को सिर्फ तेरी याद ही , क्यों आती है हरदम
दिल को सिर्फ तेरी याद ही , क्यों आती है हरदम
gurudeenverma198
ऐसे ही चले जाना है l
ऐसे ही चले जाना है l
meenu yadav
मोहब्बत
मोहब्बत
Phool gufran
Loading...