Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 May 2024 · 1 min read

बात बढ़ाना ठीक नहीं

बात बढ़ाना ठीक नहीं

नजरे चुराना ठीक नहीं

बात बनाना ठीक नहीं

कोई बहाना ठीक नहीं

कोई रीत ठीक नहीं

क्या प्रीत ठीक नहीं

क्या रिझाना ठीक नही

यूं चले जाना ठीक नहीं

प्रीतम प्यारे मुझे बताना

क्या लगन लगाना ठीक नहीं?

Language: Hindi
57 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from SATPAL CHAUHAN
View all
You may also like:
क्या देखा
क्या देखा
Ajay Mishra
छप्पन भोग
छप्पन भोग
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
बो बहाता नहींं हैं वो पी लेता हैं दर्द में आंसुओ के समुद्र क
बो बहाता नहींं हैं वो पी लेता हैं दर्द में आंसुओ के समुद्र क
Ranjeet kumar patre
44...Ramal musamman maKHbuun mahzuuf maqtuu.a
44...Ramal musamman maKHbuun mahzuuf maqtuu.a
sushil yadav
International Yoga Day
International Yoga Day
Tushar Jagawat
जाति
जाति
Adha Deshwal
हर तरफ होती हैं बस तनहाइयां।
हर तरफ होती हैं बस तनहाइयां।
सत्य कुमार प्रेमी
❤️ DR ARUN KUMAR SHASTRI ❤️
❤️ DR ARUN KUMAR SHASTRI ❤️
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"अन्दर ही अन्दर"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा त्रयी. .
दोहा त्रयी. .
sushil sarna
कोई जिंदगी में यूँ ही आता नहीं
कोई जिंदगी में यूँ ही आता नहीं
VINOD CHAUHAN
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय*
बिल्कुल नहीं हूँ मैं
बिल्कुल नहीं हूँ मैं
Aadarsh Dubey
Rap song 【4】 - पटना तुम घुमाया
Rap song 【4】 - पटना तुम घुमाया
Nishant prakhar
बरसात का मौसम तो लहराने का मौसम है,
बरसात का मौसम तो लहराने का मौसम है,
Neelofar Khan
इस कदर आज के ज़माने में बढ़ गई है ये महगाई।
इस कदर आज के ज़माने में बढ़ गई है ये महगाई।
शेखर सिंह
दीदार
दीदार
Dipak Kumar "Girja"
4422.*पूर्णिका*
4422.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हम क्रान्ति तो ला चुके हैं कई बार
हम क्रान्ति तो ला चुके हैं कई बार
gurudeenverma198
मां नर्मदा प्रकटोत्सव
मां नर्मदा प्रकटोत्सव
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
अपने हर
अपने हर
Dr fauzia Naseem shad
वो हर रोज़ आया करती है मंदिर में इबादत करने,
वो हर रोज़ आया करती है मंदिर में इबादत करने,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
घाव
घाव
अखिलेश 'अखिल'
भविष्य के सपने (लघुकथा)
भविष्य के सपने (लघुकथा)
Indu Singh
अदब  नवाबी   शरीफ  हैं  वो।
अदब नवाबी शरीफ हैं वो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*जीवन में मुस्काना सीखो (हिंदी गजल/गीतिका)*
*जीवन में मुस्काना सीखो (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
खामोश
खामोश
Kanchan Khanna
खंडहर
खंडहर
Tarkeshwari 'sudhi'
For those who carry their weight in silence, holding everyon
For those who carry their weight in silence, holding everyon
पूर्वार्थ
मुझसे गलतियां हों तो अपना समझकर बता देना
मुझसे गलतियां हों तो अपना समझकर बता देना
Sonam Puneet Dubey
Loading...