Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jun 2016 · 1 min read

बात न पूछ

मेरे दिल की बात न पूछ,
कैसे हैं हालात न पूछ।

बिन तेरे गुजरे हैं कैसे,
दिलबर दिन और रात न पूछ।

छोड़ गया जब से हरजाई,
नैनो की बरसात न पूछ।

दिल टूटा है यारों जिनका,
उनसे दिल की बात न पूछ।

साजन जिनके दूर गये हों,
उनके क्या हालात न पूछ।

इश्क़ खुदा की नेमत है तो,
फिर दिलवर की जात न पूछ।

क़ुदरत ने बख़्शी है क्या क्या,
इंसां को सौगात न पूछ।

कुदरत ही जिसकी हमदम हो,
उसकी क्या औकात न पूछ।

आज मिलन की शुभ बेला है,
कल की कोई बात न पूछ।
—–मिलन.

356 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दोस्तों,
दोस्तों,
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
#श्याम की गोपियां
#श्याम की गोपियां
Radheshyam Khatik
जीवन - अस्तित्व
जीवन - अस्तित्व
Shyam Sundar Subramanian
जंग जीत कर भी सिकंदर खाली हाथ गया
जंग जीत कर भी सिकंदर खाली हाथ गया
VINOD CHAUHAN
हृदय को ऊॅंचाइयों का भान होगा।
हृदय को ऊॅंचाइयों का भान होगा।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
मेरा गांव
मेरा गांव
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दोगलापन
दोगलापन
Mamta Singh Devaa
मैं जिन्दगी में
मैं जिन्दगी में
Swami Ganganiya
नन्ही परी
नन्ही परी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
ये जो तुम कुछ कहते नहीं कमाल करते हो
ये जो तुम कुछ कहते नहीं कमाल करते हो
Ajay Mishra
परम्परा को मत छोडो
परम्परा को मत छोडो
Dinesh Kumar Gangwar
രാവിലെ മുതൽ
രാവിലെ മുതൽ
Otteri Selvakumar
"सच्चाई"
Dr. Kishan tandon kranti
*देखो मन में हलचल लेकर*
*देखो मन में हलचल लेकर*
Dr. Priya Gupta
कहावत है कि आप घोड़े को घसीट कर पानी तक ले जा सकते हैं, पर म
कहावत है कि आप घोड़े को घसीट कर पानी तक ले जा सकते हैं, पर म
इशरत हिदायत ख़ान
बुंदेली दोहे-फतूम (गरीबों की बनियान)
बुंदेली दोहे-फतूम (गरीबों की बनियान)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
*श्री जगन्नाथ रस कथा*
*श्री जगन्नाथ रस कथा*
Ravi Prakash
4465.*पूर्णिका*
4465.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दीप उल्फ़त के
दीप उल्फ़त के
Dr fauzia Naseem shad
■ आज का अनूठा शेर।
■ आज का अनूठा शेर।
*प्रणय*
मैं फूलों पे लिखती हूँ,तारों पे लिखती हूँ
मैं फूलों पे लिखती हूँ,तारों पे लिखती हूँ
Shweta Soni
मैं पर्वत हूं, फिर से जीत......✍️💥
मैं पर्वत हूं, फिर से जीत......✍️💥
Shubham Pandey (S P)
दलित साहित्य / ओमप्रकाश वाल्मीकि और प्रह्लाद चंद्र दास की कहानी के दलित नायकों का तुलनात्मक अध्ययन // आनंद प्रवीण//Anandpravin
दलित साहित्य / ओमप्रकाश वाल्मीकि और प्रह्लाद चंद्र दास की कहानी के दलित नायकों का तुलनात्मक अध्ययन // आनंद प्रवीण//Anandpravin
आनंद प्रवीण
अपनी सरहदें जानते है आसमां और जमीन...!
अपनी सरहदें जानते है आसमां और जमीन...!
Aarti sirsat
निर्मम बारिश ने किया,
निर्मम बारिश ने किया,
sushil sarna
वादी ए भोपाल हूं
वादी ए भोपाल हूं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो।
हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
130 किताबें महिलाओं के नाम
130 किताबें महिलाओं के नाम
अरशद रसूल बदायूंनी
------------जिससे जितने संयोग मिलेंगे------------
------------जिससे जितने संयोग मिलेंगे------------
पूर्वार्थ
Loading...