बाते करना तो बहाना हैं
**बातें करना तो बहाना है**
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बातें करना तो बस बहाना है
दिल से दिल को बहलाना है
हसरतें जो रह गई अधूरी सी
अगले जन्म में तुम्हें पाना है
महफिलें गीतों से सजती है
बिना सुर ताल कोई गाना है
जवां दिलों पर क्या गुजरी है
यह जानता सारा जमाना है
नैनों के तीरों से सीना छलनी
नशीली नजरों का दीवाना है
परछाई सा तेरा हमसाया है
प्रेम से भरा मेरा अफसाना है
मनसीरत शैली रास ना आई
शायद इसलिए लड़खड़ाना है
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)