बाट पे, बिछे बिछे भाटे भाटे l
बाट पे, बिछे बिछे भाटे भाटे l
चाह चाहत, भाटे चाटे चाटे ll
मुई मंजिल है महंगी महंगी l
महनत है मनाये मिर्गी मिर्गी ll
ऊबे ऊबे और उलटे उलटे l
प्यास प्रताप सोचे, पलटे पलटे ll
बाट पे, बिछे बिछे भाटे भाटे l
चाह चाहत, भाटे चाटे चाटे ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न