बहुत प्यारी गजल
आँखो से आँसू निकलने लगे है,तूने मुझको ऐसा क्यों जख्म दिया है।
दिल में तेरी ही यादें समेटे मै,मुझको सनम तूने क्यों धोखा दिया है।।
आँखो से आँसू ——–
भूल न पाऊ तुझको बता क्या करू में,अपना बना तूने भुला क्यों दिया है।
वादे कहाँ तेरे कहाँ है वो कसमे, अपना बनाके जुदा क्यों किया हैं।।
आँखो से आँसू ——–
कृष्णा ज़माने की आदत बुरी है,सम्मा जलाकर बुझा क्यों दिया है।
आँखो से आँसू निकलने लगे है,तूने मुझको ऐसा क्यों जख्म दिया है।।