बस यूँ ही
#बस_यूँ_ही____
अरे घाव तो ताज़ा,
हो गए l
कोई अपने ही है,
जिसने दिए है l
कोई गैर तो,
ही नहीं सकता l
कोई बहुत ही प्यारा था,
जिसने दिए l
मैं भी सोचूँ कि,
सारे अपने कहाँ चल दिए l
कि घाव अभी तक,
ताजे नहीं हुए l
शीमा ✍
#बस_यूँ_ही____
अरे घाव तो ताज़ा,
हो गए l
कोई अपने ही है,
जिसने दिए है l
कोई गैर तो,
ही नहीं सकता l
कोई बहुत ही प्यारा था,
जिसने दिए l
मैं भी सोचूँ कि,
सारे अपने कहाँ चल दिए l
कि घाव अभी तक,
ताजे नहीं हुए l
शीमा ✍