Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Feb 2024 · 2 min read

वसंत पंचमी का महत्व

वसंत पंचमी माघ मास की शुक्ल पक्ष की
पंचमी को मनाया जाता है,
ज्ञान की देवी सरस्वती और धन की देवी लक्ष्मी का
अवतरण भी वसंत पंचमी को हुआ था,
वसंत पंचमी को देवी सरस्वती का पूजन किया जाता है,
लक्ष्मी जी के अवतरण तिथि को
‘श्री पंचमी’ के रूप में पूजा जाता है
कामदेव मदन का जन्म भी आज ही हुआ था।
सुखद दांपत्य जीवन सुखमय के लिए
रतिमदन की पूजा, प्रार्थना अनुष्ठान किया जाता है।
बसंत पंचमी के दिन से ही
वसंत ऋतु का आगमन भी होता है,
वसंत ऋतु को सभी ऋतुओं का राजा कहा जाता है।
सनातन हिंदू धर्म में बसंत पंचमी को लेकर
अनेकानेक मान्यताएं हैं।
शास्त्रानुसार वाग्देवी सरस्वती
ब्रह्मस्वरूप, कामधेनु और देवताओं की प्रतिनिधि
विद्या, बुद्धि और ज्ञान की देवी
अमित तेजस्विनी और अनंत गुण शालिनी हैं,
माता सरस्वती की पूजा आराधना के लिए
माघ मास की पंचमी तिथि निर्धारित है,
इस तिथि को सरस्वती जयंती के रूप में भी मनाया जाता है,
माता सरस्वती को वागेश्वरी, भगवती, शारदा,
वीणा वादिनी, वाग्देवी आदि नामों से भी जाना जाता है संगीत की देवी के रूप में भी इन्हें पूजा जाता है।
पुराणों में आज के दिन ज्ञान और बुद्धि देने वाली
माता सरस्वती की पूजा, उपासना के साथ
गृहप्रवेश ही नहीं नए और शुभ कार्यों के लिए भी
अत्यंत शुभ माना जाता है।
वैसे भी माघ मास का अपना
धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व भी तो है,
क्योंकि सबको पता है कि बसंत पंचमी,
बसंत ऋतु और सरस्वती पूजा के साथ तीर्थ क्षेत्र में
स्नान दान का शुभ अवसर भी माघ मास में ही आता है।

सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा उत्तर प्रदेश

Language: Hindi
1 Like · 39 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जीवन में जब विश्वास मर जाता है तो समझ लीजिए
जीवन में जब विश्वास मर जाता है तो समझ लीजिए
प्रेमदास वसु सुरेखा
रहने भी दो यह हमसे मोहब्बत
रहने भी दो यह हमसे मोहब्बत
gurudeenverma198
चंद्रयान-थ्री
चंद्रयान-थ्री
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
भाव  पौध  जब मन में उपजे,  शब्द पिटारा  मिल जाए।
भाव पौध जब मन में उपजे, शब्द पिटारा मिल जाए।
शिल्पी सिंह बघेल
धन्यवाद बादल भैया (बाल कविता)
धन्यवाद बादल भैया (बाल कविता)
Ravi Prakash
‘’ हमनें जो सरताज चुने है ,
‘’ हमनें जो सरताज चुने है ,
Vivek Mishra
*अध्यापिका
*अध्यापिका
Naushaba Suriya
सम्यक योग की साधना दुरुस्त करे सब भोग,
सम्यक योग की साधना दुरुस्त करे सब भोग,
Mahender Singh
आप और हम
आप और हम
Neeraj Agarwal
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
💐प्रेम कौतुक-486💐
💐प्रेम कौतुक-486💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जीवन की
जीवन की
Dr fauzia Naseem shad
एक पीर उठी थी मन में, फिर भी मैं चीख ना पाया ।
एक पीर उठी थी मन में, फिर भी मैं चीख ना पाया ।
आचार्य वृन्दान्त
प्रेम जब निर्मल होता है,
प्रेम जब निर्मल होता है,
हिमांशु Kulshrestha
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मेरी अंतरात्मा..
मेरी अंतरात्मा..
Ms.Ankit Halke jha
प्रणय गीत --
प्रणय गीत --
Neelam Sharma
के उसे चांद उगाने की ख़्वाहिश थी जमीं पर,
के उसे चांद उगाने की ख़्वाहिश थी जमीं पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ठंडक
ठंडक
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
■ बेचारे...
■ बेचारे...
*Author प्रणय प्रभात*
एक अरसा हो गया गाँव गये हुए, बचपन मे कभी कभी ही जाने का मौका
एक अरसा हो गया गाँव गये हुए, बचपन मे कभी कभी ही जाने का मौका
पूर्वार्थ
गाथा बच्चा बच्चा गाता है
गाथा बच्चा बच्चा गाता है
Harminder Kaur
वक़्त सितम इस तरह, ढा रहा है आजकल,
वक़्त सितम इस तरह, ढा रहा है आजकल,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
अंबेडकर की रक्तहीन क्रांति
अंबेडकर की रक्तहीन क्रांति
Shekhar Chandra Mitra
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के 4 प्रणय गीत
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के 4 प्रणय गीत
कवि रमेशराज
#धोती (मैथिली हाइकु)
#धोती (मैथिली हाइकु)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
यादों की सौगात
यादों की सौगात
RAKESH RAKESH
चली ⛈️सावन की डोर➰
चली ⛈️सावन की डोर➰
डॉ० रोहित कौशिक
2481.पूर्णिका
2481.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Loading...