Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Feb 2022 · 1 min read

बसंत

छाया है प्रकृति पर यौवन
गीत गुनगुना रहा मस्त पवन

सतरंगी चूनर में सजी वसुधा
चहुं ओर फैली कमनीय छटा

पीत वरण खेतों को भा रहा
सरसों भी झूमता लहरा रहा

कोयल डाली डाली गा रही
कुहू कुहु का मधुर तान सुना रही

चंचरिक चहचहाते, विहग गाते
मनोरम,मनभावन ये दृश्य सुहाते

तारूण्य से आनंदित सरसों ,अलसी
मादकता से भरी भरी आम्रमंजरी

रसीली महुवा रस से भरी भरी
रसिकों को आमंत्रण दे लुभा रहीं

ऋतुराज संग झूम, गा रहा मधुबन
बसंत संग प्रेमालाप कर रहा उपवन

मृदुल,मंजुल कुसुम कली खिल रही
आसक्त ऋतुराज संग संग डोल रही

सुरम्य, कमनीय ’नूतन’परिधान
नवीन पल्लव,विपुल प्रसून उद्यान

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 458 Views

You may also like these posts

জয় হোক শিবের
জয় হোক শিবের
Arghyadeep Chakraborty
पल पल दिल के पास तुम रहती हो
पल पल दिल के पास तुम रहती हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
जीवन की ढलती शाम
जीवन की ढलती शाम
नूरफातिमा खातून नूरी
- आंसुओ की कीमत -
- आंसुओ की कीमत -
bharat gehlot
" महसूस "
Dr. Kishan tandon kranti
जलधर
जलधर
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*प्रणय*
यदि आप किसी काम को वक्त देंगे तो वह काम एक दिन आपका वक्त नही
यदि आप किसी काम को वक्त देंगे तो वह काम एक दिन आपका वक्त नही
Rj Anand Prajapati
चिंगारी
चिंगारी
Mukund Patil
हँसी खुशी पाप है
हँसी खुशी पाप है
Sudhir srivastava
मन होता है मेरा,
मन होता है मेरा,
Dr Tabassum Jahan
"दोस्त और मुश्किल वक़्त"
Lohit Tamta
उम्मीदें - वादे -इरादे
उम्मीदें - वादे -इरादे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
चुनाव में मीडिया की भूमिका: राकेश देवडे़ बिरसावादी
चुनाव में मीडिया की भूमिका: राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
कुछ देर तुम ऐसे ही रहो
कुछ देर तुम ऐसे ही रहो
gurudeenverma198
*तू बन जाए गर हमसफऱ*
*तू बन जाए गर हमसफऱ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
23/03.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
23/03.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*मोलभाव से बाजारूपन, रिश्तों में भी आया है (हिंदी गजल)*
*मोलभाव से बाजारूपन, रिश्तों में भी आया है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
गुज़रते हैं
गुज़रते हैं
हिमांशु Kulshrestha
कुंडलिया
कुंडलिया
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
"You can still be the person you want to be, my love. Mistak
पूर्वार्थ
कहने का मौका तो दिया था तुने मगर
कहने का मौका तो दिया था तुने मगर
Swami Ganganiya
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
धरा और हरियाली
धरा और हरियाली
Buddha Prakash
जय माता दी
जय माता दी
Raju Gajbhiye
छंद मुक्त कविता : बचपन
छंद मुक्त कविता : बचपन
Sushila joshi
कविता माँ काली का गद्यानुवाद
कविता माँ काली का गद्यानुवाद
गुमनाम 'बाबा'
जिंदगी की कहानी लिखने में
जिंदगी की कहानी लिखने में
Shweta Soni
बेरोजगार युवाओं का दर्द।
बेरोजगार युवाओं का दर्द।
Abhishek Soni
👍बाटी खाने के नियम..😃
👍बाटी खाने के नियम..😃
Rituraj shivem verma
Loading...