Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Nov 2023 · 2 min read

हँसी खुशी पाप है

बड़ा आश्चर्य होता है
आपको इतना भी समझ नहीं आता,
कि हँसी खुशी से रहने भर से
कौन सा भारत रत्न है मिलने वाला।
आप नाहक परेशान रहते हैं
चिंता में डूबे रहते हैं
बेवजह अपनी उर्जा बर्बाद करते हैं
खुद पर इतना अत्याचार भला क्यों करते हैं?
मुफ्त की मेरी सलाह पर गौर कीजिए
हंसी खुशी से रहकर
सूकून से जीने का विचार छोड़ दीजिए।
क्या मिलेगा स्वस्थ प्रसन्न खुशहाल रहने से
बल्कि इसका दुष्प्रभाव सहना पड़ेगा
आसपास का माहौल खुशनुमा रहने से
बेवजह आपको भी खुश रहना पड़ेगा
आपका और आपके परिवार का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा,
बीमारियों का आवागमन कम होगा
बेवजह आप सबको बड़ा आलस्य होगा
फिर तो कमाने खाने के सिवा
और कोई काम ही क्या होगा?
कोई आपका हालचाल तक नहीं पूछेगा
आपको दर्द पीड़ा से निजात दिलाने के लिए
आपके मरने की दुआ भी नहीं करेगा
झूठी तसल्ली भी कोई नहीं देगा।
डाक्टर अस्पताल दवाओं का तब भला क्या होगा,
मंदिरों मस्जिदों, देवी देवताओं की चौखट पर
घूम घूम कर मत्था कौन टेकेगा?
आपके रुपयों को जंग ने लगेगा?
क्या होगा इतनी धन दौलत का
जब सब कुछ खोकर आपको,आपके अपनों को
जीने का तजुर्बा ही न हो सकेगा?
अच्छा है मेरी सलाह मानिए
हंसी खुशी से दूर रहने की सौगंध लीजिए,
जीवन रोकर जीने का भरपूर अनुभव लीजिए
बस! फिर से कहता हूँ
हंसी खुशी सबसे बड़ा पाप है
इसके चक्कर में जीवन बर्बाद मत कीजिए,
लंबी उम्र के सपने छोड़ दीजिए और
हमेशा ही रोते रहिए और
जीवन में आगे बढ़ते रहिए।

सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा उत्तर

Language: Hindi
1 Like · 151 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नजर  नहीं  आता  रास्ता
नजर नहीं आता रास्ता
Nanki Patre
दोगला चेहरा
दोगला चेहरा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
एक दिवस में
एक दिवस में
Shweta Soni
everyone says- let it be the defect of your luck, be forget
everyone says- let it be the defect of your luck, be forget
Ankita Patel
अगर मेरे अस्तित्व को कविता का नाम दूँ,  तो इस कविता के भावार
अगर मेरे अस्तित्व को कविता का नाम दूँ, तो इस कविता के भावार
Sukoon
हिन्दी पढ़ लो -'प्यासा'
हिन्दी पढ़ लो -'प्यासा'
Vijay kumar Pandey
फूल तो फूल होते हैं
फूल तो फूल होते हैं
Neeraj Agarwal
आज सबको हुई मुहब्बत है।
आज सबको हुई मुहब्बत है।
सत्य कुमार प्रेमी
अदालत में क्रन्तिकारी मदनलाल धींगरा की सिंह-गर्जना
अदालत में क्रन्तिकारी मदनलाल धींगरा की सिंह-गर्जना
कवि रमेशराज
****तन्हाई मार गई****
****तन्हाई मार गई****
Kavita Chouhan
यूं साया बनके चलते दिनों रात कृष्ण है
यूं साया बनके चलते दिनों रात कृष्ण है
Ajad Mandori
दोहे
दोहे
दुष्यन्त 'बाबा'
सावन में तुम आओ पिया.............
सावन में तुम आओ पिया.............
Awadhesh Kumar Singh
पचीस साल पुराने स्वेटर के बारे में / MUSAFIR BAITHA
पचीस साल पुराने स्वेटर के बारे में / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
क्या है उसके संवादों का सार?
क्या है उसके संवादों का सार?
Manisha Manjari
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
जिस्म से जान निकालूँ कैसे ?
जिस्म से जान निकालूँ कैसे ?
Manju sagar
नदी
नदी
Kumar Kalhans
विष बो रहे समाज में सरेआम
विष बो रहे समाज में सरेआम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
गाँव कुछ बीमार सा अब लग रहा है
गाँव कुछ बीमार सा अब लग रहा है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मत सता गरीब को वो गरीबी पर रो देगा।
मत सता गरीब को वो गरीबी पर रो देगा।
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
-शेखर सिंह ✍️
-शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
23/101.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/101.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*होता शिक्षक प्राथमिक, विद्यालय का श्रेष्ठ (कुंडलिया )*
*होता शिक्षक प्राथमिक, विद्यालय का श्रेष्ठ (कुंडलिया )*
Ravi Prakash
■ इससे ज़्यादा कुछ नहीं शायद।।
■ इससे ज़्यादा कुछ नहीं शायद।।
*Author प्रणय प्रभात*
"सच की सूरत"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
रोज मरते हैं
रोज मरते हैं
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
जब वक्त ने साथ छोड़ दिया...
जब वक्त ने साथ छोड़ दिया...
Ashish shukla
उम्र के इस पडाव
उम्र के इस पडाव
Bodhisatva kastooriya
Loading...