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3 Mar 2023 · 1 min read

रोज मरते हैं

रोज मरते हैं
यहां पर
जिंदगी की चाह में
पर समझ न पाए
अब तक
क्या रखा
इस आह में?
________________
“सत्य”

1 Like · 744 Views
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