ॠतुराज बसंत
बसंत पंचमी के पावन अवसर पर,
फूलों की बगियाँ खिल उठी हैं खुशी से भर पर।
सरस्वती माँ का आगमन हुआ है,
विद्या का ज्योति फैला है सारे वन-विहार।
बसंत ऋतु ने लाया है सुहाना संदेश,
प्रकृति की ओर से है यह एक आदर्श।
हरियाली भरी प्रकृति का चित्र बना है,
सुन्दरता से लबरेज हर दिल को भाया है।
परम पवित्र गंगा के किनारे बसंती,
साधु-संत गाते हैं भजन और ध्यानी।
धर्म का संदेश बसंत पंचमी में लिया जाता है,
आत्मज्ञान का उद्घाटन इस दिन किया जाता है।
बसंत पंचमी के पावन अवसर पर,
सभी को मिलकर बधाई देता हूँ प्यार।
सरस्वती माँ का आशीर्वाद सदा बना रहे,
विद्या और बुद्धि में हमें सदा आगे बढ़ाए।