बसंत का मौसम
बसंत का मौसम है निराला,
जिसने सबको मोहित कर डाला।
प्रकृति की देखो छटा निराली,
झूमे पशु-पक्षी और नर-नारी।
लेकर सुगंध बह रही पवन,
हरियाली छाई वन-वन।
पल में पतझड़ का हुआ अंत,
आया निराला मौसम बसंत।
ऋतुओं का राजा कहलाती,
प्रकृति अपना अनुपम सौंदर्य दर्शाती।
सुगंध से वातावरण नहाता,
फल-फूलों वाला पेड़ सबको भाता।
सीखें हम बसंत से रहना,
दूसरों को दुःख में भी सुख देना।
मानवता व परोपकार जैसे गुण अपनाएँ ,
बसंत ऋतु को अपना अंग बनाएँ।
आया बसंत का मौसम निराला।
आया बसंत का मौसम निराला।