*बरसे एटम बम अगर 【कुंडलिया】*
बरसे एटम बम अगर 【कुंडलिया】
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बरसे एटम बम अगर , होगा पूर्ण विनाश
पछताएगी यह धरा , रोएगा आकाश
रोएगा आकाश , हँसी खो – खो जाएगी
चारों ओर विलाप , सभ्यता मुरझाएगी
कहते रवि कविराय ,न जीवन को जग तरसे
दो सबको सद्बुद्धि , नहीं एटम बम बरसे
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451