Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2023 · 2 min read

बरसात की रात

बरसात की रात

बरसात की बात तुम अब न करो
उस रात की बात तुम अब न करो
समाये थे एक दुजे की बाहों में
बिखरे थे जज़्बात उन राहों में
धड़कनों को संभालते हम कैसे
निकलने वाला ही था दम जैसे
अचानक से बिजली कौंधी थी
मैं तेरी बांहों में बस औंधी थी
पता न चला ,कब रात ढल गई
सुबह होते ही जिंदगी बदल गई
कल तक जो प्यार इबादत सा था
एक रात के बाद ज़लालत सा था।
मारो दोनों को आवाजें आने लगी
बदचलनी का पाठ सुनाने लगी।
“हमारे घरों में भी बहू बेटियां हैं”
जिगर हमारे की जो बोटियां है।
“ठहरो,रूको बताता हूं मैं
सारी बात समझाता हूं मैं”
छुप कर खड़ी थी मैं तेरे पीछे
सोच रही थी ,किये नजरें नीचे
ऐसा क्या हमने गुनाह कर दिया
इज्जत को कैसे फना कर दिया?
मां बाप तेरे मेरे भी वहां थे आये
चुप थे जमीं पर नज़र गड़ाए।
मार दो ,मार दो की आवाजें आई
एक सख्त आवाज‌ ने सब दबाई।
“बच्चे मोहब्बत करते हैं दोनों
क्या गुनाह करते हैं दोनों?
“बात मोहब्बत की नहीं है बाबा
ये जाती है काशी,वो जाये है काबा””
बात बाबा को अब समझ आई
हिन्दू मुस्लिम नाम के भाई भाई।
दंगों के लिए भीड़ आमादा थी
होश कम और जोश ज़्यादा थी।
बरसात राजनीति की होने को थी
खून से वस्त्र सब के भिगोने को थी।
अचानक से बाबा को ख्याल आया
जल्दी से क़ाज़ी और पंडित बुलाया।
फेरे दिलाये,निकाह भी पढ़वाया।
पक्की शादी का सबूत बनवाया।
उसमें उन्होंने बस ये करवाया
धर्म का नाम इंसानियत लिखवाया।
पढ़ कर ऊंचा लोगों को सुनाया।
सब ने था फिर सर को झुकाया।
बरसात में ऐसा था फरिश्ता आया।
प्यार की बूंदों से सब को नहलाया।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
198 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all
You may also like:
जागो जागो तुम,अपने अधिकारों के लिए
जागो जागो तुम,अपने अधिकारों के लिए
gurudeenverma198
चार बजे
चार बजे
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
नाजुक -सी लड़की
नाजुक -सी लड़की
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
जो हुआ वो गुज़रा कल था
जो हुआ वो गुज़रा कल था
Atul "Krishn"
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तुम्हारी शरारतें
तुम्हारी शरारतें
Dr. Rajeev Jain
3547.💐 *पूर्णिका* 💐
3547.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल
सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल
VINOD CHAUHAN
संबंधो में अपनापन हो
संबंधो में अपनापन हो
संजय कुमार संजू
*पृथ्वी दिवस*
*पृथ्वी दिवस*
Madhu Shah
* उपहार *
* उपहार *
surenderpal vaidya
दान किसे
दान किसे
Sanjay ' शून्य'
लड़की अपने बॉयफ्रेंड से पूछती है
लड़की अपने बॉयफ्रेंड से पूछती है
Rituraj shivem verma
*सुबह हुई तो सबसे पहले, पढ़ते हम अखबार हैं (हिंदी गजल)*
*सुबह हुई तो सबसे पहले, पढ़ते हम अखबार हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
दृष्टिकोण
दृष्टिकोण
Dhirendra Singh
इस क़दर उलझा हुआ हूं अपनी तकदीर से,
इस क़दर उलझा हुआ हूं अपनी तकदीर से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ज़िन्दगी भर ज़िन्दगी को ढूँढते हुए जो ज़िन्दगी कट गई,
ज़िन्दगी भर ज़िन्दगी को ढूँढते हुए जो ज़िन्दगी कट गई,
Vedkanti bhaskar
जिंदगी और जीवन भी स्वतंत्र,
जिंदगी और जीवन भी स्वतंत्र,
Neeraj Agarwal
मलाल है मगर इतना मलाल थोड़ी है
मलाल है मगर इतना मलाल थोड़ी है
पूर्वार्थ
बेहिसाब सवालों के तूफान।
बेहिसाब सवालों के तूफान।
Taj Mohammad
Past Memories
Past Memories
Shyam Sundar Subramanian
मां कृपा दृष्टि कर दे
मां कृपा दृष्टि कर दे
Seema gupta,Alwar
जो लड़की किस्मत में नहीं होती
जो लड़की किस्मत में नहीं होती
Gaurav Bhatia
उधड़ता दिखते ही तुरंत सिलवा लीजिए। फिर चाहे वो जूता हो, कपड़ा
उधड़ता दिखते ही तुरंत सिलवा लीजिए। फिर चाहे वो जूता हो, कपड़ा
*प्रणय*
जरूरी तो नहीं - हरवंश हृदय
जरूरी तो नहीं - हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
पिता
पिता
Mamta Rani
यदि आपके पास रुपए ( धन ) है, तो आपका हरेक दिन दशहरा, दिवाली
यदि आपके पास रुपए ( धन ) है, तो आपका हरेक दिन दशहरा, दिवाली
Rj Anand Prajapati
जीत
जीत
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
जीवन में सबसे मूल्यवान अगर मेरे लिए कुछ है तो वह है मेरा आत्
जीवन में सबसे मूल्यवान अगर मेरे लिए कुछ है तो वह है मेरा आत्
Dr Tabassum Jahan
मैं नास्तिक क्यों हूॅं!
मैं नास्तिक क्यों हूॅं!
Harminder Kaur
Loading...