” बयां “
” बयां ”
आईने का हाल बयां क्या करूँ,
इसकी नीयत भी नेक नहीं,
चाँद में दाग है इसलिए वो
तेरी खूबसूरती से जलते हैं।
” बयां ”
आईने का हाल बयां क्या करूँ,
इसकी नीयत भी नेक नहीं,
चाँद में दाग है इसलिए वो
तेरी खूबसूरती से जलते हैं।