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13 Apr 2022 · 1 min read

बदलते रिश्ते

टूटता न बदलता रिश्ता खून का
दिल से जुड़े इसी श्रेणी मे आते
दोस्ती आशिकी दिल हार बैठे भी
निभें ता उम्र चाहे छिपते छिपाते

कोई रिश्ता खुद नही बदलता
हादसे होते मजबूरन बदल जाते
बहन देवरानी जेठानी बन जाती
दो भाई बहनों को ब्याह के लाते

रिश्तों की पाठशाला बनी रहे
गणित कमजोर हो जरूरी है
नफा नुकसान लेन देन कैसा
व्यापार नही व्यवहार जरूरी है

अच्छे रिश्तों को ढूंढना मुश्किल
छोड़ना और भूलना नामुमकिन
मतलब परस्त इस दुनियां मे
कौन अपना जांचना,नही मुमकिन

रिश्ता हवा जैसा हरदम साथ रहे
न कि बारिस, बरसे निकल गये
जीना मरना साथ हर हाल मे होता
डूबे – उतरे साथ बहते चले गये

आधुनिकता की दौड़ नये रिश्ते
विवाहेत्तर,लिव इन कुछ और भी
बदलना नियति, कुछ और नही
परिवार विघटन परिणति इनकी

इंटरनेट के इस युग मे देखो जरा
इंतजार रूठना मनाना अब कहां
त्वरित सेवा तत्काल प्रभाव जैसा
तू, नही और सही फार्मूला यहां

स्वरचित मौलिक
सर्वाधिकार सुरक्षित
अश्वनी कुमार जायसवाल कानपुर

प्रतियोगिता प्रतिभागी पुरस्कृत

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 328 Views
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