Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jun 2021 · 1 min read

बदरिया ओ बदरिया अब तो बरसो मेरे देश

बदरिया ओ बदरिया अब तो , बरसो मेरे देश ।
बूँद-बूँद को तरसी धरती,तरसे हैं परिवेश ।।

तपती सड़कें तपते घर हैं तपते भवन अनूप
सूखी नदियाँ सूखे पोखर सूख गये हैं कूप
झुलसे तरुवर झुलसी पाती झुलसे इनके रुप
खेती क्यारी पूछ रही क्यों मेघा गये विदेश ।।
बदरिया ओ बदरिया ……….. ।।

संग लहू के चले पवन है कुछ कर सके न भूप
जनता करती त्राहि-त्राहि जब लगती तीखी धूप
तेज ताप से चढ़ता पारा छीने रुप अनूप
पेड़ लगाओ नीर बचाओ वांचे सब उपदेश।।
बदरिया ओ बदरिया………… ।।

मन्द सुगन्ध चले पुरवाई बैरिन बोले झूठ
उड़े मेघ सब बिन बरसे ही गये बे वजह रुठ
हुई त्रषित कण-कण धरती माँ पीकर सूखे घूँट
दे जाओ अंजुरी भरि ही जल भेजे भू सन्देश.।।
बदरिया ओ बदरिया……… ।।

?✍️✍️?
डॉ. रीता सिंह
असिस्टेंट प्रोफेसर
राजनीति विज्ञान विभाग
एन. के. बी. एम. जी. पी. जी. कालेज – चन्दौसी
जनपद – सम्भल(उ.प्र.)

3 Likes · 5 Comments · 620 Views

You may also like these posts

#हिरदेपीर भीनी-भीनी
#हिरदेपीर भीनी-भीनी
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
तुझको मैंने दिल में छुपा रक्खा है ऐसे ,
तुझको मैंने दिल में छुपा रक्खा है ऐसे ,
Phool gufran
अवध स' आबू ने श्रीराम...
अवध स' आबू ने श्रीराम...
मनोज कर्ण
दोस्त
दोस्त
Rambali Mishra
वो ही तो यहाँ बदनाम प्यार को करते हैं
वो ही तो यहाँ बदनाम प्यार को करते हैं
gurudeenverma198
*गणेश जी (बाल कविता)*
*गणेश जी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
" दफ्तरी परिवेश का मीठ्ठा व्यंग्य "
Dr Meenu Poonia
- जनता है त्रस्त नेता है मस्त -
- जनता है त्रस्त नेता है मस्त -
bharat gehlot
रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
कवि रमेशराज
आओ कष्ट मिटा देंगे सारे बाबा।
आओ कष्ट मिटा देंगे सारे बाबा।
सत्य कुमार प्रेमी
ज़िंदगी गुलज़ार कर जाती हैं
ज़िंदगी गुलज़ार कर जाती हैं
Meenakshi Bhatnagar
राम - दीपक नीलपदम्
राम - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
*वो जो दिल के पास है*
*वो जो दिल के पास है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
देखिए आप आप सा हूँ मैं
देखिए आप आप सा हूँ मैं
Anis Shah
लाचारी
लाचारी
Sudhir srivastava
चाँद पर रखकर कदम ये यान भी इतराया है
चाँद पर रखकर कदम ये यान भी इतराया है
Dr Archana Gupta
" मँगलमय नव-वर्ष-2024 "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
#हार्दिक_बधाई
#हार्दिक_बधाई
*प्रणय*
वो जो बातें अधूरी सुनाई देती हैं,
वो जो बातें अधूरी सुनाई देती हैं,
पूर्वार्थ
कात्यायनी मां
कात्यायनी मां
मधुसूदन गौतम
Ikrar or ijhaar
Ikrar or ijhaar
anurag Azamgarh
"नेमतें"
Dr. Kishan tandon kranti
sp147मैं माता सरस्वती का पुत्र
sp147मैं माता सरस्वती का पुत्र
Manoj Shrivastava
उसकी मर्ज़ी पे सर झुका लेना ,
उसकी मर्ज़ी पे सर झुका लेना ,
Dr fauzia Naseem shad
कोई तो समझा दे
कोई तो समझा दे
Shekhar Chandra Mitra
साँवरिया
साँवरिया
Pratibha Pandey
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
Rj Anand Prajapati
जल स्रोतों का संरक्षण
जल स्रोतों का संरक्षण
C S Santoshi
Typing mistake
Typing mistake
Otteri Selvakumar
बदलती दुनिया
बदलती दुनिया
साहित्य गौरव
Loading...