Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2024 · 1 min read

” फौजी “

” फौजी ”
हथेली पर अपनी जान रखते हैं,
दिल में पूरा हिन्दुस्तान रखते हैं।

2 Likes · 2 Comments · 43 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
बारिश की बूंदे
बारिश की बूंदे
Praveen Sain
My Bird
My Bird
Bindesh kumar jha
नज़र
नज़र
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
कोई...💔
कोई...💔
Srishty Bansal
हो गये अब हम तुम्हारे जैसे ही
हो गये अब हम तुम्हारे जैसे ही
gurudeenverma198
ब्राह्मण बुराई का पात्र नहीं है
ब्राह्मण बुराई का पात्र नहीं है
शेखर सिंह
बेटा
बेटा
अनिल "आदर्श"
आदमी का मानसिक तनाव  इग्नोर किया जाता हैं और उसको ज्यादा तवज
आदमी का मानसिक तनाव इग्नोर किया जाता हैं और उसको ज्यादा तवज
पूर्वार्थ
मैं तुझे खुदा कर दूं।
मैं तुझे खुदा कर दूं।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
*बचकर रहिएगा सॉंपों से, यह आस्तीन में रहते हैं (राधेश्यामी छंद
*बचकर रहिएगा सॉंपों से, यह आस्तीन में रहते हैं (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
अगर मैं कहूँ
अगर मैं कहूँ
Shweta Soni
3875.💐 *पूर्णिका* 💐
3875.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
दस्तक भूली राह दरवाजा
दस्तक भूली राह दरवाजा
Suryakant Dwivedi
अब तो ऐसा कोई दिया जलाया जाये....
अब तो ऐसा कोई दिया जलाया जाये....
shabina. Naaz
बात पुरानी याद आई
बात पुरानी याद आई
नूरफातिमा खातून नूरी
शाइरी ठीक है जज़्बात हैं दिल के लेकिन
शाइरी ठीक है जज़्बात हैं दिल के लेकिन
Neeraj Naveed
खतावर हूँ तो मेरी खता ही बता दे
खतावर हूँ तो मेरी खता ही बता दे
VINOD CHAUHAN
काम चलता रहता निर्द्वंद्व
काम चलता रहता निर्द्वंद्व
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
आप की है कोशिशें तब नाकाम होती है।
आप की है कोशिशें तब नाकाम होती है।
Rj Anand Prajapati
हर एक चोट को दिल में संभाल रखा है ।
हर एक चोट को दिल में संभाल रखा है ।
Phool gufran
देश 2037 में ही हो सकता है विकसित। बशर्ते
देश 2037 में ही हो सकता है विकसित। बशर्ते "इमोशनल" के बजाय "
*प्रणय प्रभात*
चाहत के ज़ख्म
चाहत के ज़ख्म
Surinder blackpen
"विश्ववन्दनीय"
Dr. Kishan tandon kranti
तेरी आँखों की जो ख़ुमारी है
तेरी आँखों की जो ख़ुमारी है
Meenakshi Masoom
चाहत मोहब्बत और प्रेम न शब्द समझे.....
चाहत मोहब्बत और प्रेम न शब्द समझे.....
Neeraj Agarwal
हृदय के राम
हृदय के राम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
सुप्त तरुण निज मातृभूमि को हीन बनाकर के विभेद दें।
सुप्त तरुण निज मातृभूमि को हीन बनाकर के विभेद दें।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
"पँछियोँ मेँ भी, अमिट है प्यार..!"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जो लिखा है
जो लिखा है
Dr fauzia Naseem shad
फसल , फासला और फैसला तभी सफल है अगर इसमें मेहनत हो।।
फसल , फासला और फैसला तभी सफल है अगर इसमें मेहनत हो।।
डॉ० रोहित कौशिक
Loading...