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21 Jul 2022 · 1 min read

फोन

विनती चरणों में प्रभु करते हैं करबद्ध,
रहें कुशल सदा सभी साथियों के फोन।
बिन मोबाइल न मिले खबर किसी की,
पसरा रहे रिश्तों-सम्बन्धों के मध्य मौन।
रिशतों के मध्य मौन इंटरनेट न हो सुस्त,
मिलते रहें फेसबुक, व्हाट्सऐप, इंस्टा पर,
रहें सदैव सभी हँसते – हँसाते और मस्त।

रचनाकार :- कंचन खन्ना,
मुरादाबाद, (उ०प्र०, भारत)।
सर्वाधिकार, सुरक्षित (रचनाकार)।
दिनांक :- ३०/०३/२०२२.

Language: Hindi
1 Like · 485 Views
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