“फोटोग्राफी”
“फोटोग्राफी”
‘फोटोग्राफी’ मौन की मुखर अभिव्यक्ति है। ये वो कला है, जिसमें जो कुछ दिख रहा होता है, वही महत्वपूर्ण नहीं होता, वरन दृश्य के भीतर निहित सौन्दर्य की वो दीठ (निगाह) महत्वपूर्ण होती है, जिसमें अर्थ की अनन्त सम्भावनाएँ छुपी हुई होती हैं।