Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Aug 2023 · 1 min read

Open mic Gorakhpur

फैन बोले तो और अमृत लेखन
आपके लिए आपके शहर गोरखपुर में
लाएं
UnmuteX Open Mic
जहां है आपके लिए
Singing /Comedy/Mimicry
Poetry/Story telling/
And lots of fun Masti
तो अपनी जगह आज ही सुनिश्चित करें
08739091856
099361 84690
078272 54933

319 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
लागे न जियरा अब मोरा इस गाँव में।
लागे न जियरा अब मोरा इस गाँव में।
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
अरसा हो गया हमको किसी से कहे हुए...!
अरसा हो गया हमको किसी से कहे हुए...!
AVINASH (Avi...) MEHRA
उन से कहना था
उन से कहना था
हिमांशु Kulshrestha
24/244. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/244. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सारी रात मैं किसी के अजब ख़यालों में गुम था,
सारी रात मैं किसी के अजब ख़यालों में गुम था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
🙅मज़े की बात🙅
🙅मज़े की बात🙅
*प्रणय*
संवेदना सहज भाव है रखती ।
संवेदना सहज भाव है रखती ।
Buddha Prakash
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
आर.एस. 'प्रीतम'
आजा रे अपने देश को
आजा रे अपने देश को
gurudeenverma198
धुआँ सी ज़िंदगी
धुआँ सी ज़िंदगी
Dr. Rajeev Jain
पारिवारिक समस्या आज घर-घर पहुॅंच रही है!
पारिवारिक समस्या आज घर-घर पहुॅंच रही है!
Ajit Kumar "Karn"
जब लोग आपसे खफा होने
जब लोग आपसे खफा होने
Ranjeet kumar patre
मैं इन्सान हूँ यही तो बस मेरा गुनाह है
मैं इन्सान हूँ यही तो बस मेरा गुनाह है
VINOD CHAUHAN
दोहे बिषय-सनातन/सनातनी
दोहे बिषय-सनातन/सनातनी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आज की सौगात जो बख्शी प्रभु ने है तुझे
आज की सौगात जो बख्शी प्रभु ने है तुझे
Saraswati Bajpai
"सादगी" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
समय की कविता
समय की कविता
Vansh Agarwal
दो भावनाओं में साथ
दो भावनाओं में साथ
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
कैसे निभाऍं उसको, कैसे करें गुज़ारा।
कैसे निभाऍं उसको, कैसे करें गुज़ारा।
सत्य कुमार प्रेमी
रिश्तों में वक्त नहीं है
रिश्तों में वक्त नहीं है
पूर्वार्थ
जो बीत गया है उसे भुला नहीं पाते हैं
जो बीत गया है उसे भुला नहीं पाते हैं
Sonam Puneet Dubey
मित्र होना चाहिए
मित्र होना चाहिए
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
नमाज़ों का पाबंद होकर के अपने
नमाज़ों का पाबंद होकर के अपने
Nazir Nazar
मेरा भारत जिंदाबाद
मेरा भारत जिंदाबाद
Satish Srijan
संवाद और समय रिश्ते को जिंदा रखते हैं ।
संवाद और समय रिश्ते को जिंदा रखते हैं ।
Dr. Sunita Singh
"लहर"
Dr. Kishan tandon kranti
दोस्त को रोज रोज
दोस्त को रोज रोज "तुम" कहकर पुकारना
ruby kumari
सावन 💐💐💐
सावन 💐💐💐
डॉ० रोहित कौशिक
स्तुति - दीपक नीलपदम्
स्तुति - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
वैवाहिक चादर!
वैवाहिक चादर!
कविता झा ‘गीत’
Loading...