फेमिनिस्ट पोएट्री
दुनिया में हर चीज़ मिलती
दौलत से नहीं, ऐ दोस्त
कुछ भी बढ़ कर कुदरत की
रहमत से नहीं, ऐ दोस्त…
(१)
कुछ नादीदा निगाहों की
इनायत भी इसमें शामिल
मेरी शायरी सिर्फ़ मेरी
काबिलियत से नहीं, ऐ दोस्त…
(२)
किसी औरत की इज्ज़त तो
उसके इल्म या हुनर में है
बदन या कपड़े का ताल्लुक
अस्मत से नहीं, ऐ दोस्त…
(३)
हुस्न तक पहुंचने के लिए
एक इबादत भी ज़रूरी है
इश्क़ से कायनात क़ायम
ताक़त से नहीं, दोस्त…
(४)
मुझे बेरोजगार देख कर
बेकार समझना भूल है
किरदार से मेयार परखो
क़ीमत से नहीं, ऐ दोस्त…
(५)
ऐसे मेरी नाकामी का
ऐलान मत करो अभी
मैं कोशिश में हारा हूं
हिम्मत से नहीं, ऐ दोस्त…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)
#romanticrebelpoet