फुलवारी
फुलवारी
मोर स्कूल के फुलवारी
सब लईका अउ ऊंखर संगवारी।
रग रग ले गोंदा फूल जैसन
वैसनहे सबो लइकन।
सूरजमुखी सुरुज ल देखे
लइका मन गुरुजी ल देखे
फूल देख रंगोली सजाए
कली देख मुस्काए।
सब फूल दिखे बग बग ले
अक्षर दिखे रग रग ले
स्कूल के फुलवारी
सब लइका मन आय संगवारी।
लइका ल संवारव
लइका के जिन्गी ल
सवारव
जुरमिलके लइका के वर्तमान ल
फुलवारी कस सजावव।
संतोष कुमार मिरी
कविराज
रायपुर छत्तीसगढ़