“फितरत”
“फितरत”
ख्वाहिश नाम की
एक बहन है ख्वाब की
फितरत
दोनों की एक सी,
पंख लगाते हैं
मन को भरमाते हैं
दोनों से शिकायत
मेरी एक सी।
“फितरत”
ख्वाहिश नाम की
एक बहन है ख्वाब की
फितरत
दोनों की एक सी,
पंख लगाते हैं
मन को भरमाते हैं
दोनों से शिकायत
मेरी एक सी।