*फितरत*
फितरत
फितरत है मेरी, ना यूं ही बातें बनाना।
फितरत है मेरी, खुद को मजबूत बनाना।
फितरत है मेरी, ना दूसरों को सताना।
फितरत है मेरी, ना झूठी बात बनाना।
फितरत है मेरी, ना यूं ही समय गंवाना।
फितरत है मेरी, अपनो को मनाना।
फितरत है मेरी, खुद राह आसान बनाना।
फितरत है मेरी, सोतो को जगाना।
फितरत है मेरी, ना कमजोर को सताना।
फितरत है मेरी, भटको को राह बताना।
फितरत है मेरी, कुछ जीवन में कर जाना।
फितरत है मेरी, आगे को बढ़ते जाना।
फितरत है मेरी, ना मेरी जय गाए जमाना।
दुष्यन्त कुमार नाम है मेरा, खुद मैं यथार्थवादी हूं।
सच को सच लिखना सीखो मैं ऐसा फरियादी हूं।।