Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jul 2023 · 1 min read

फितरत

फितरत

रुक जाना, मिट जाना कुदरत में नही
किसी का भी बन जाना फितरत में नही

भागम भाग मच रही है देखो सब ओर
लगता है यहां पर कोई फुरसत में नही

मंजूर मुझको वही मेरी मेहनत का जो
किसी और की खैरात, हसरत में नही

चलता हूं बस रोज अपने ही काम पर
मजा जो हैं काम में, वो कसरत में नही

सब कुछ पा सका है यहां कौन भला
और अपनी तो ज्यादा भी जरूरत नही

मिलो जिससे भी तुम बस प्रेम से मिलो
खुशी जो प्रेम है वो यहां नफरत में नही

कमलेश जोशी कमल
कांकरोली राजसमंद

3 Likes · 157 Views

You may also like these posts

🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
हवा से भरे
हवा से भरे
हिमांशु Kulshrestha
तेरी मुस्कान होती है
तेरी मुस्कान होती है
Namita Gupta
" आपने "
Dr. Kishan tandon kranti
देखिए खूबसूरत हुई भोर है।
देखिए खूबसूरत हुई भोर है।
surenderpal vaidya
मूंछ का घमंड
मूंछ का घमंड
Satish Srijan
प्रेम के दो  वचन बोल दो बोल दो
प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
Dr Archana Gupta
जीवन की लो उलझी डोर
जीवन की लो उलझी डोर
Saraswati Bajpai
पिया - मिलन
पिया - मिलन
Kanchan Khanna
നീപോയതിൽ-
നീപോയതിൽ-
Heera S
सब तमाशा है ।
सब तमाशा है ।
Neelam Sharma
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
3306.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3306.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
कहाँ रूठ कर?
कहाँ रूठ कर?
Rambali Mishra
वो तशद्दुद इशारों से रोने लगे थे ,
वो तशद्दुद इशारों से रोने लगे थे ,
Phool gufran
सरल टिकाऊ साफ
सरल टिकाऊ साफ
RAMESH SHARMA
, गुज़रा इक ज़माना
, गुज़रा इक ज़माना
Surinder blackpen
#मतदान
#मतदान
Aruna Dogra Sharma
जिंदगी के अल्फा़ज
जिंदगी के अल्फा़ज
Sonu sugandh
अब उनके ह्रदय पर लग जाया करती है हमारी बातें,
अब उनके ह्रदय पर लग जाया करती है हमारी बातें,
शेखर सिंह
!!!! सबसे न्यारा पनियारा !!!!
!!!! सबसे न्यारा पनियारा !!!!
जगदीश लववंशी
जीवंतता
जीवंतता
Nitin Kulkarni
प्राकृतिक कल
प्राकृतिक कल
MUSKAAN YADAV
राम दिवाली
राम दिवाली
Ruchi Sharma
जेठ सोचता जा रहा, लेकर तपते पाँव।
जेठ सोचता जा रहा, लेकर तपते पाँव।
डॉ.सीमा अग्रवाल
तरसाके जइबू तअ पछतअइबू
तरसाके जइबू तअ पछतअइबू
Shekhar Chandra Mitra
- रिश्तों से कंगाल हु -
- रिश्तों से कंगाल हु -
bharat gehlot
ईश्क में यार ये जुदाई है
ईश्क में यार ये जुदाई है
सुशील भारती
अधूरा एहसास(कविता)
अधूरा एहसास(कविता)
Monika Yadav (Rachina)
ज़िंदगी हो
ज़िंदगी हो
Dr fauzia Naseem shad
Loading...