Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jul 2023 · 1 min read

फितरत

ये है इन्तेहा दर्दे- मुहब्बत की…
बस कहानी है इंसान की फितरत की…..

कहते है ना चोर चोरी से जाए
हेरा फेरी से ना जाये
बात इतनी सी है बस इंसान की फितरत की

ये तो मिट्टी से पैदा हुआ
उस मे ही मिल जाएगा
है ये दुनिया दो दिन की इंसान की फितरत की

कोई खुशी मिले तो खुश हो जाता है
दुख से दुखी तो होगा ही
यही तो जिंदगी है इंसान की फितरत की

अब तो ये होना चाहिए
किसी पे भरोसा नहीं करना चाहिए
क्यूँ की सब बदला सकता है
फितरत नहीं बदलती कभी इंसान की फितरत की

2 Likes · 2 Comments · 124 Views
Books from shabina. Naaz
View all

You may also like these posts

करवा चौथ
करवा चौथ
Shashi Dhar Kumar
बीता पल
बीता पल
Swami Ganganiya
क्यों ख़फ़ा हो गये
क्यों ख़फ़ा हो गये
Namita Gupta
फ़िरक़ापरस्ती!
फ़िरक़ापरस्ती!
Pradeep Shoree
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
दिवाली मुबारक नई ग़ज़ल विनीत सिंह शायर
दिवाली मुबारक नई ग़ज़ल विनीत सिंह शायर
Vinit kumar
आँसू छलके आँख से,
आँसू छलके आँख से,
sushil sarna
Relations
Relations
Chitra Bisht
"हमने पाई है आजादी प्राणों की आहुति देकर"
राकेश चौरसिया
सुनो मुहब्बत जब नफरत में बदलती है......
सुनो मुहब्बत जब नफरत में बदलती है......
shabina. Naaz
At the end of the day, you have two choices in love – one is
At the end of the day, you have two choices in love – one is
पूर्वार्थ
युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझको
युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझको
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*राखी का धागा एक बॅंधा, तो प्रिय पावन संबंध जुड़ा (राधेश्याम
*राखी का धागा एक बॅंधा, तो प्रिय पावन संबंध जुड़ा (राधेश्याम
Ravi Prakash
पृथ्वी की दरारें
पृथ्वी की दरारें
Santosh Shrivastava
दर्द -दर्द चिल्लाने से सूकून नहीं मिलेगा तुझे,
दर्द -दर्द चिल्लाने से सूकून नहीं मिलेगा तुझे,
Pramila sultan
शाम ढलते ही
शाम ढलते ही
Davina Amar Thakral
पिता
पिता
Sanjay ' शून्य'
4 खुद को काँच कहने लगा ...
4 खुद को काँच कहने लगा ...
Kshma Urmila
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
*....स्कूल की यादें......*
*....स्कूल की यादें......*
Naushaba Suriya
23/183.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/183.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आज यानी 06 दिसंबर अर्थात 05 शताब्दीयो से भी ज्यादा लम्बे काल
आज यानी 06 दिसंबर अर्थात 05 शताब्दीयो से भी ज्यादा लम्बे काल
ललकार भारद्वाज
ख्वाबों को आसमां कि रहमत रहें,
ख्वाबों को आसमां कि रहमत रहें,
manjula chauhan
योग करें निरोग रहें
योग करें निरोग रहें
Shashi kala vyas
मना लिया नव बर्ष, काम पर लग जाओ
मना लिया नव बर्ष, काम पर लग जाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बच्चे मन के सच्चे। ( Happy Children's day)
बच्चे मन के सच्चे। ( Happy Children's day)
Rj Anand Prajapati
लोई-कम्बल
लोई-कम्बल
*प्रणय*
हे मां शारदे ज्ञान दे
हे मां शारदे ज्ञान दे
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
बधाई हो बधाई, नये साल की बधाई
बधाई हो बधाई, नये साल की बधाई
gurudeenverma198
"पूस की रात"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...