Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
विनोद भारती व्यग्र
3 Followers
Follow
Report this post
13 Jun 2016 · 1 min read
फासले
उनसे नहीं थीं दूरियां मुझको गंवारा कभी,
आए नहीं वो.. अर’ यहां बढ़ते रहे फासले।
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
494 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like these posts
"सबसे पहले"
Dr. Kishan tandon kranti
बादल छाये, नील गगन में
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
3366.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
देखा नहीं है कभी तेरे हुस्न का हसीं ख़्वाब,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
संवेदनाएँ
Meera Thakur
-आजकल मोहब्बत में गिरावट क्यों है ?-
bharat gehlot
■ अभाव, तनाव, चुनाव और हम
*प्रणय*
बेअसर
SHAMA PARVEEN
शब्द
पूर्वार्थ
"वक्त इतना जल्दी ढल जाता है"
Ajit Kumar "Karn"
मुझे किसी को रंग लगाने की जरूरत नहीं
Ranjeet kumar patre
ज़िंदगी को मैंने अपनी ऐसे संजोया है
Bhupendra Rawat
रिश्ते भी तो बजारू हो गए
Dr. Kishan Karigar
मई दिवस
Ghanshyam Poddar
दहेज रहित वैवाहिकी (लघुकथा)
गुमनाम 'बाबा'
मुझसे ऊँचा क्यों भला,
sushil sarna
Love Tales
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
#सुनो___कैसी _हो ?
sheema anmol
कहाँ लिख पाया!
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
हम दलित हैं
आनंद प्रवीण
🌹हार कर भी जीत 🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
प्रेम
Kshma Urmila
Beginning of the end
Bidyadhar Mantry
ग़ज़ल
Neelofar Khan
गंगा सागर
Rambali Mishra
🙏 *गुरु चरणों की धूल* 🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
आँखें
Geet
ऐसे इंसानों के जीवन की शाम नहीं होती “
Indu Nandal
राम आयेंगे
Deepali Kalra
Loading...