Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2023 · 1 min read

फ़ितरत

आदत सोहबत और चाहत मोहब्बत, फ़ितरत के ये रूप अनोखे।
फ़ितरत को ना चालाकी समझो, फ़ितरत तो बस स्वभाव अनोखा।।
मस्ती हस्ती और चंचलता रौनक, फ़ितरत के ये रूप निराले।
फ़ितरत को ना गंदा समझो, फ़ितरत तो बस व्यवहार निराला।।
अन्तर्मुखी या बाह्यमुखी हो, फ़ितरत के ये रूप है प्यारे।
फ़ितरत बदली नही है जाती, फ़ितरत लगती खुद को प्यारी।।
हस्ते रहना या बस रोते रहना, फ़ितरत के ये रूप है न्यारे।
फ़ितरत जुड़ी है जन्म से हमसे, फ़ितरत का हर रूप है न्यारा।।
छल कर छलना धोखा देना, फ़ितरत की है अजब कहानी।
फ़ितरत आनी फ़ितरत जानी, फ़ितरत की ना कोई कहानी।।
मतलब मौका मौके पर चौका, फ़ितरत का है गजब झरोखा।
फ़ितरत अच्छी बुरी है फ़ितरत, फ़ितरत अंतर्मन का झरोखा।।
घुटते रहना कुछ ना कहना, मन ही मन सब-कुछ है सहना।
फ़ितरत होती खुद का गहना, फ़ितरत सबकी सबको सहना।।
हंसकर रहना खुलकर कहना, ना कुछ रखना ना कुछ सहना।
फ़ितरत के अनुरूप ही कहना, फ़ितरत पड़ती सबको सहना।।
=================================
ललकार भारद्वाज

7 Likes · 2 Comments · 159 Views
Books from ललकार भारद्वाज
View all

You may also like these posts

मास्टरजी ज्ञानों का दाता
मास्टरजी ज्ञानों का दाता
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दिल में कुण्ठित होती नारी
दिल में कुण्ठित होती नारी
Pratibha Pandey
"मैंने समझा था"
Dr. Kishan tandon kranti
दिल पहले शीशा था,अब पत्थर बना लिया।
दिल पहले शीशा था,अब पत्थर बना लिया।
Priya princess panwar
* मिट जाएंगे फासले *
* मिट जाएंगे फासले *
surenderpal vaidya
*जीवन-नौका चल रही, सदा-सदा अविराम(कुंडलिया)*
*जीवन-नौका चल रही, सदा-सदा अविराम(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
2556.पूर्णिका
2556.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
।।
।।
*प्रणय*
साक्षात्कार एक स्वास्थ्य मंत्री से [ व्यंग्य ]
साक्षात्कार एक स्वास्थ्य मंत्री से [ व्यंग्य ]
कवि रमेशराज
चाय का गहरा नाता होता है सबसे
चाय का गहरा नाता होता है सबसे
Rekha khichi
खुशियों की आँसू वाली सौगात
खुशियों की आँसू वाली सौगात
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जीवन में प्यास की
जीवन में प्यास की
Dr fauzia Naseem shad
आजकल कुछ सुधार है प्यारे...?
आजकल कुछ सुधार है प्यारे...?
पंकज परिंदा
अवधपुरी की पावन रज में मेरे राम समाएं
अवधपुरी की पावन रज में मेरे राम समाएं
Anamika Tiwari 'annpurna '
sp135 फेर समय का/ साथ नहीं कुछ
sp135 फेर समय का/ साथ नहीं कुछ
Manoj Shrivastava
वीरांगना अवंती बाई
वीरांगना अवंती बाई
guru saxena
मधुशाला में लोग मदहोश नजर क्यों आते हैं
मधुशाला में लोग मदहोश नजर क्यों आते हैं
डॉ. दीपक बवेजा
दोस्ती आम है लेकिन ऐ दोस्त
दोस्ती आम है लेकिन ऐ दोस्त
पूर्वार्थ
जीवन एक संघर्ष....
जीवन एक संघर्ष....
Shubham Pandey (S P)
खुदकुशी..!
खुदकुशी..!
Prabhudayal Raniwal
अपना अपना अंदाज़
अपना अपना अंदाज़
Sudhir srivastava
हमारा हाल अब उस तौलिए की तरह है बिल्कुल
हमारा हाल अब उस तौलिए की तरह है बिल्कुल
Johnny Ahmed 'क़ैस'
अभिराम
अभिराम
D.N. Jha
ख्वाब
ख्वाब
Dinesh Kumar Gangwar
जिंदगी
जिंदगी
Ashwani Kumar Jaiswal
करवा चौथ
करवा चौथ
Shashi Dhar Kumar
करना है विज्ञान प्रसार
करना है विज्ञान प्रसार
Anil Kumar Mishra
नींद, ख्वाब
नींद, ख्वाब
हिमांशु Kulshrestha
हम क्यों लगाये यह दिल तुमसे
हम क्यों लगाये यह दिल तुमसे
gurudeenverma198
सच का सिपाही
सच का सिपाही
Sanjay ' शून्य'
Loading...